नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में बढ़कर क्रमश: 4.78 प्रतिशत और 5.03 प्रतिशत हो गई। महंगाई की दर में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के चलते हुई है।
श्रम मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी बयान के मुताबिक, ‘‘सीपीआई-एएल (कृषि श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) और सीपीआई-आरएल (ग्रामीण श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) पर आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर, 2021 में क्रमश: 4.78 प्रतिशत और 5.03 प्रतिशत रही है। यह नवंबर, 2021 में क्रमश: 3.02 प्रतिशत और 3.38 प्रतिशत रही थी। दिसंबर, 2020 में यह क्रमश: 3.25 और 3.34 प्रतिशत थी।’’
इसके अलावा दिसंबर, 2021 के दौरान कृषि और ग्रामीण मजदूरों के लिए खाद्य मुद्रास्फीति क्रमश: 2.99 प्रतिशत और 3.17 प्रतिशत थी। वही नवंबर में यह क्रमश : 0.88 प्रतिशत और 1.07 प्रतिशत थी, जबकि दिसंबर, 2020 में यह क्रमश: 2.97 प्रतिशत और 2.96 प्रतिशत थी।’’
कृषि श्रमिकों और ग्रामीण मजदूरों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का आंकड़ा दिसंबर, 2021 में पांच-पांच अंक बढ़कर क्रमश: 1,097 और 1,106 अंक हो गया।
भाषा जतिन अजय
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