नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए कुछ निश्चित राज्यों की झांकी के प्रस्ताव को अस्वीकार किया जाना भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा देश के ”संघवाद और सामाजिक सांस्कृतिक परंपरा” के प्रति ”गहरी अवमानना” को दर्शाता है।
इस साल की गणतंत्र दिवस परेड के लिए विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की झांकियों के प्रस्ताव को अस्वीकार किया गया है।
माकपा के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के हालिया संपादकीय में कहा गया, ” जिस तरह से गणतंत्र दिवस परेड के लिए केंद्र द्वारा कुछ खास राज्यों की झांकी को मंजूरी नहीं दी गई, वह काफी हद तक भाजपा शासन की मानसिकता को दर्शाता है।”
इसमें कहा गया, ” केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सरकारों की झांकियों को मंजूरी नहीं दिया जाना स्वतंत्रता संग्राम के संघवाद और सामाजिक सांस्कृतिक परंपरा के प्रति गहरी अवमानना को दर्शाता है।”
संपादकीय में पश्चिम बंगाल की झांकी को अस्वीकार किए जाने को लेकर सवाल खड़ा किया गया, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की भूमिका को दर्शाती है जबकि इस साल की परेड का विषय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर आधारित है।
भाषा शफीक माधव
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