न्यूयॉर्क: भारत ने ‘अपने राजनीतिक, धार्मिक एवं अन्य मकसदों’ के चलते आतंकवाद का वर्गीकरण करने की संयुक्त राष्ट्र के कई सदस्यों की प्रवृत्ति को मंगलवार को ‘खतरनाक’ करार दिया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने वैश्विक आतंकवाद रोधी परिषद द्वारा ‘आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2022’ में कहा कि ‘अपने राजनीतिक, धार्मिक एवं अन्य मकसदों’ के चलते संयुक्त राष्ट्र के कई सदस्यों की कट्टरपंथ से प्रेरित हिंसक अतिवादी और दक्षिणपंथी अतिवादी जैसे वर्गों में आतंकवाद का वर्गीकरण करने की प्रवृत्ति खतरनाक है और यह दुनिया को 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में हुए हमलों से पहले की उस स्थिति में ले जाएगी, जब ‘आपके आतंकवादी’ और ‘मेरे आतंकवादी’ के रूप में आतंकवादियों का वर्गीकरण किया जाता था.
तिरुमूर्ति ने कहा कि इस तरह की प्रवृत्ति हाल में अपनाई गई वैश्विक आतंकवाद-रोधी रणनीति के तहत संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों द्वारा स्वीकृत कुछ सिद्धांतों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि यह रणनीति स्पष्ट करती है कि हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा की जानी चाहिए और आतंकवाद को किसी भी प्रकार से उचित नहीं ठहराया जा सकता.
भारत ने अन्डरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के संभवत: पाकिस्तान में होने का परोक्ष जिक्र करते हुए संयुक्त राष्ट्र में मंगलवार को कहा कि 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के जिम्मेदार अपराधियों को न केवल सरकारी संरक्षण दिया गया, बल्कि उन्होंने एक पांच सितारा होटल में आतिथ्य सत्कार का आनंद भी लिया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने ‘वैश्विक आतंकवाद रोधी परिषद’ द्वारा आयोजित ‘आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2022’ में कहा कि आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध के बीच संबंधों की पहचान की जानी चाहिए और इस समस्या से सख्ती से निपटा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि 1993 के मुंबई बम धमाकों के लिए जिम्मेदार अपराध सिंडिकेट को न केवल सरकारी संरक्षण दिया गया, बल्कि उसने पांच सितारा होटल में आतिथ्य सत्कार का आनंद भी लिया.’
"We've seen the crime syndicate responsible for the 1993 Mumbai bomb blasts not just given state protection but enjoying 5-star hospitality," said India's Permanent Rep to United Nations TS Tirumurti at Int'l Counter-Terrorism Conference by Global Counter-Terrorism Council pic.twitter.com/lOqT8x1Lb9
— ANI (@ANI) January 19, 2022
तिरुमूर्ति ने ‘डी-कंपनी’ और उसके प्रमुख इब्राहिम को परोक्ष रूप से निशाना बनाकर यह बयान दिया. ऐसा माना जाता है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में छिपा हुआ है.
अगस्त 2020 में, पाकिस्तान ने पहली बार अपनी धरती पर इब्राहिम की मौजूदगी को तब स्वीकार किया था जब सरकार द्वारा 88 प्रतिबंधित आतंकी समूहों और उनके नेताओं पर व्यापक प्रतिबंध लगाए गए थे.
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