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Saturday, 11 January, 2025
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तृणमूल में कोई आंतरिक कलह नहीं, घटना को मीडिया ने बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया: पार्थ

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कोलकाता, 18 जनवरी (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने मंगलवार को कहा कि पार्टी में कोई आंतरिक कलह नहीं है और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से निपटने को लेकर इसके राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के बयानों को लेकर पार्टी नेताओं के बीच हुए हालिया वाकयुद्ध को ‘‘मीडिया ने बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया।’’

चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि तृणमूल का हर सदस्य- नेता या कार्यकर्ता- पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में काम कर रहा है।

उन्होंने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव दो फरवरी को शहर के नेताजी इनडोर स्टेडियम में होंगे, जहां इसके विभिन्न स्तरों पर पदाधिकारियों का लोकतांत्रिक तरीके से चयन किया जाएगा।

बनर्जी ने हाल में कहा था कि कोविड-19 वैश्विक महामारी फैलने के मद्देनजर राजनीतिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों को दो महीने के लिए रोक दिया जाना चाहिए। बनर्जी के इस बयान को लेकर सांसद कल्याण बंदोपाध्याय और सांसद अपरूपा पोद्दार एवं मदन मित्रा समेत कई अन्य नेताओं के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया था। चटर्जी ने इस संबंध में किए गए सवाल के जवाब में कहा, ‘‘इस विवाद में अभिषेक बनर्जी को लाने का कोई औचित्य नहीं है। मीडिया ने इस मामले को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम एकजुट परिवार हैं। हम में से हरेक व्यक्ति ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के मार्ग दर्शन में काम करेगा। उनके मार्गदर्शन में संगठनात्मक चुनाव होंगे। निर्वाचन अधिकारी होने के नाते मैं इससे अधिक और कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।’’

तृणमूल के बीच कथित वाकयुद्ध को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किए गए कटाक्ष के बारे में पूछे जाने पर चटर्जी ने कहा, ‘‘हम भाजपा के इस प्रकार के बयानों को महत्ता नहीं देते, जिसने राज्य में अधिकतर उन नेताओं के बल पर अपना संगठन बनाया है, जिन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले अपने मूल दलों को छोड़ दिया था। ऐसा करने वाले लोगों ने राज्य में चुनाव के बाद डूबती नैया को छोड़ना शुरू कर दिया। पश्चिम बंगाल में भाजपा संगठन में अब कुछ खास बचा नहीं है।’’

उन्होंने भाजपा का मजाक उड़ाते हुए कहा, ‘‘उस पार्टी के बारे में क्या कहा जाए, जिसमें राज्य मंत्री के दर्जे का केंद्रीय मंत्री (शांतनु ठाकुर) अपने ही राज्य में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बोलता है और तथागत रॉय (वरिष्ठ नेता और त्रिपुरा एवं मेघालय के पूर्व राज्यपाल) अपने ट्वीट में अक्सर यही काम करते हैं।’’

चटर्जी ने कहा कि वह भाजपा के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते।

भाषा

सिम्मी माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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