नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और सभी राजनीतिक पार्टियां अपना चुनावी गणित बनाने में लग गई हैं. इसी बीच यूपी की सत्तारूढ़ पार्टी में उथल-पुथल का माहौल देखने को मिल रहा है. पार्टी के कु 11 विधायकों ने अब तक इस्तीफ दे दिया है. इस्तीफा देने वालों में स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे बड़े मंत्री भी शामिल हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कल बीजेपी पर ओबीसी और दलितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा दिया था. बीजेपी से इस्तीफा देने का यह सिलसिला अभी रूका नहीं है इसमें अब गुरुवार के 6 अन्य विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया.
बता दें कि देने आज इस्तीफा देने वाले विधायकों में विनय शाक्य, मुकेश वर्मा और सीताराम वर्मा का नाम शामिल है.योगी सरकार में मंत्री रहे धर्मपाल सिंह सैनी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
वहीं इस्तीफे के इस सिलसिले पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है.
उत्तर प्रदेश के मंत्री बृजेश पाठक ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास ‘अपना कुछ नहीं है और वह दूसरों की मदद से दुकान चलाने’ की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे.
ब्राह्मण समाज के लोगों से मिलने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास अपना कुछ नहीं है. वह दूसरे के सहारे अपनी दुकान चलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं होगा. मोदी और योगी के नेतृत्व में भाजपा 2022 में प्रचंड बहुमत से सरकार बनायेगी.’
उन्होंने ब्राह्मण समाज के लोगों से कहा, ‘आप किसी के बहकावे में न आयें.’
बता दें कि 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए सात चरणों में मतदान होगे. यूपी में 10, 14, 20, 23, 27 फरवरी के अलावा 3 और 7 मार्च को मतदान होगा। पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को और मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और 6 मार्च को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.
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