अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के कारण भारत में जन लोकपाल की मांग उठी, जिसके बाद लोकपाल बनाया भी गया. हालांकि अभी तक लोकपाल के सामने कुछ ही शिकायतें आई हैं और इससे अभी तक कोई फायदा होता नहीं दिखा है. ये कहना गलत होगा की हम घूस के आदी हो चुके हैं बल्कि असल बात ये है कि इसे लेकर कुछ ज्यादा ही माहौल बनाया गया था.