नई दिल्ली: पाकिस्तान के हिल स्टेशन में हुई भारी बर्फबारी से अब तक लगभग 22 लोगों की मौक हो गई है और लोग अब भी वहां अपने वाहनों में फंसे हैं. हिल स्टेशम पर फंसे लोगों की जान जाने के बाद पाकिस्तान सरकार ने जांच के लिए एक कमेटी बनाई है.
एक तरफ पाकिस्तान सरकार कमेटी बनाकर जांच कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार के मंत्री इसे लोगों की भूल बता रहे हैं. पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी को एक डिबेट में यह कहते हुए सुना गया कि यहां बहुत लोग आते हैं. इतना खर्चा करने के बजाय आप घर में रहे और पकौड़ियां खाएं. अगर आपको बर्फ देखनी है तो बर्फ के स्प्रे ले आइए और उसे एक-दूसरे बर स्प्रे करिए. उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी कॉमन सेंस का भी इस्तेमाल करना चाहिए.
Want to enjoy snow, buy snow sprays and spray on each other at home: Fawad Chaudhry. Govt version of want to stay alive, don't die. pic.twitter.com/ac8O4Y8aAj
— Naila Inayat (@nailainayat) January 9, 2022
इस्लामाबाद के एक पर्यटक 18 वर्षीय दुआ काशिफ अली ने कहा, “हमें समाज से, सरकार से, Google से, समाचारों से, मौसम से किसी भी प्रकार का अलर्ट नहीं मिला.”
दुआ ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, ‘स्थानीय लोगों ने हमारी मदद की.’ दुआ ने अपने जीवन का सबसे बर्फीला तूफान देखा. शुक्रवार के बाद से जब बर्फ़ीला तूफ़ान में चार फ़ुट (1.2 मीटर) बर्फ़ गिरी रही थी, तब करीब एक लाख लोगों के ट्रैफ़िक से सड़कें जाम हो गई थीं.
रात भर अपनी कारों में फंसे रहने से 22 लोगों की मौत ठंड या कार्बन मोनोऑक्साइड के धुएं कसे हुई. इनमें 10 बच्चे भी थे.
मुर्री में भारी बर्फ़बारी के बाद सड़कों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं और लोग जगह-जगह फंसी गाड़ियों के शीशों पर दस्तक देकर लोगों का हालचाल जानने की कोशिश कर रहे हैं. कोई जवाब नहीं मिलने पर गाड़ी खोलकर अंदर मौजूद लोगों को मदद देने की कोशिश की जा रही है.
आपातकालीन सेवा 1122 की ओर से जो सूची जारी की गई है. मुर्री के स्थानीय प्रशासन के बचावकर्मी और स्थानीय लोग गाड़ियों में फंसे यात्रियों और बेहोश लोगों को फ़र्स्ट एड दे रहे हैं और सुरक्षित जगहों तक पहुंचा रहे हैं.
ग़ौरतलब है कि मुर्री में सालों बाद हुई भारी बर्फ़बारी के कारण पर्यटक घंटों ट्रैफ़िक में फंसे रहे. गाड़ी में लंबे समय तक बैठे रहने और शीशे बंद होने और हीटर चालू होने के कारण, गाड़ी के भीतर ऑक्सीजन की कमी हो गई जिससे बहुत से पर्यटकों के बेहोश होने की ख़बर है.
प्रधानमंत्री के राजनीतिक संचार के विशेष सहायक डॉ शाहबाज गिल ने एक ट्वीट में कहा कि मुरी जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों को यातायात के लिए साफ कर दिया गया है.
पाकिस्तानी राज्य पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने इस दुखद घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया और पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया, जिसे सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का काम सौंपा गया.
बुज़दार ने बर्फ़ीला तूफ़ान में जान गंवाने वालों के उत्तराधिकारियों के लिए 1.76 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की है.
इस्लामाबाद से मुर्री रोड की तरफ़ जाने वाले मुख्य मार्गों पर अधिकारी तैनात हैं और सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. लेकिन मुर्री जाने वाले टोल प्लाज़ा पर अभी भी सैकड़ों गाड़ियां खड़ी हैं.
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