मुंबई: निर्यात पर निर्भर सॉफ्टवेयर कंपनियों का राजस्व दिसंबर, 2021 की तिमाही में 2.6 से 6.0 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है. आमतौर पर दिसंबर तिमाही को सॉफ्टवेयर निर्यातकों के लिए कमजोर माना जाता है.
दिसंबर, 2021 की तिमाही के लिए कंपनियों के नतीजों की शुरुआत इसी सप्ताह बाद में या अगले हफ्ते की शुरुआत से होगी. तिमाही नतीजों की शुरुआत टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस के आंकड़ों के साथ होगी.
कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर, तिमाही में सॉफ्टवेयर निर्यातकों की कमाई तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 2.6 प्रतिशत से 6.0 प्रतिशत तक बढ़ सकती है.
हालांकि, रिपोर्ट में सालाना आधार पर आंकड़ों का जिक्र नहीं किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है प्रति शेयर आय (ईपीएस) के मार्चे पर तस्वीर अच्छी नजर नहीं आ रही है. कई कंपनियों की प्रति शेयर कमाई 15 प्रतिशत तक घट सकती है. वहीं कुछ कंपनियों के ईपीएस में 11 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है.
रिपोर्ट कहती है कि बड़ी कंपनियों में वृद्धि की अगुवाई एचसीएल, विप्रो और टेक महिंद्रा करेंगी. वहीं मध्यम आकार की कंपनियों में वृद्धि की अगुवाई एलटी इन्फोटेक करेगी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि तिमाही के दौरान उद्योग के श्रमबल में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
आमतौर पर दिसंबर तिमाही को ऐसी कंपनियों के लिए कमजोर माना जाता है.
ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान विप्रो, टेक महिंद्रा और एचसीएल स्थिर मुद्रा में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकती हैं. वहीं इन्फोसिस की कमाई में 3.7 प्रतिशत और टीसीएस के राजस्व में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है.
रिपोर्ट कहती है कि मध्यम आकार की कंपनियों का राजस्व तिमाही के दौरान 5-6 प्रतिशत बढ़ सकता है. हालांकि, ये कंपनियां सालाना आधार पर 20 से 34 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज करेंगी.
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