जम्मू: माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर में भगदड़ को ‘मानव निर्मित त्रासदी’ करार देते हुये पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेताओं ने शनिवार को इसके लिये जम्मू कश्मीर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की. इस हादसे में कम से कम 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गयी है.
पीडीपी नेताओं ने यह भी पूछा कि कोविड प्रोटोकॉल लागू होने के बावजूद कैसे इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को एक साथ जमा होने की अनुमति दी गयी.
जम्मू से करीब 50 किलोमीटर दूर त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर में मची भगदड़ में एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल भी हुये हैं .
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि प्रारंभिक सूचना से पता चला है कि युवकों के दो गुटों के बीच मामूली मारपीट हुयी और इसके बाद भगदड़ की स्थिति पैदा हो गयी .
पीडीपी के जम्मू के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा, ‘प्रशासन की विफलता के कारण यह त्रासदी हुई. यह कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि मानव निर्मित त्रासदी है, क्योंकि इसके कामकाज को देखने से जुड़े लोग ही पवित्र गुफा मंदिर में पहली बार मची भगदड़ के लिये जिम्मेदार हैं.’
इन नेताओं में पीडीपी के उपाध्यक्ष चौधरी हमीद, महासचिव अमरीक सिंह रीन शामिल हैं. पीडीपी नेताओं ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने तथा 12 लोगों की मौत के जिम्मेदार लोगों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की.’
बयान में यह आरोप लगाया गया है कि वीआईपी कल्चर के कारण पिछले कुछ सालों से सामान्य श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है .
इन नेताओं ने यह भी पूछा कि कैसे इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को गुफा मंदिर में जाने की अनुमति दी गयी .
बाद में, पीडीपी ने कहा, हामिद के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने कटरा का दौरा किया और भगदड़ में घायल हुए लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी ली.
वैष्णो देवी मंदिर भगदड़ पर तीन सदस्यीय समिति एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट
वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ की घटना की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति को एक सप्ताह के भीतर जम्मू-कश्मीर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
प्रधान सचिव (गृह) की अध्यक्षता में समिति का गठन उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया. भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई और 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से आज शाम जारी एक आदेश में, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव मनोज कुमार द्विवेदी ने कहा कि इस दुखद घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.
समिति के अन्य दो सदस्य जम्मू संभागीय आयुक्त राघव लंगर और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, जम्मू मुकेश सिंह हैं.
आदेश में कहा गया है, ‘समिति घटना (भगदड़) के कारणों की विस्तार से जांच करेगी और खामियों को बताएगी और इसकी जिम्मेदारी तय करेगी.’
इसमें कहा गया है कि समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उचित मानक संचालन प्रक्रियाओं और उपायों का सुझाव देगी.