नई दिल्लीः NEET-PG काउंसिलिंग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपना विरोध प्रदर्शन और तेज़ कर दिया है जिसकी वजह से गुरुवार को दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में रोगियों की देखभाल काफी प्रभावित हुई. इसके अलावा डॉक्टरों ने अपने कुछ साथियों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने की भी मांग की.
नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी का विरोध कर रहे दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन बृहस्पतिवार को 14वें दिन में प्रवेश कर गया. फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) की अगुवाई में जारी प्रदर्शन के तहत कई रेजिडेंट डॉक्टर लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज परिसर में एकत्र हुए और नारेबाजी की.
इस बीच, दिल्ली सरकार के तहत आने वाले मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) के नए पदाधिकारियों ने पदभार संभाल लिया.
फोर्डा और एमएएमसी आरडीए ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों और पुलिस के बीच सोमवार को हुई झड़प के बाद उनके कुछ साथियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे लेने की मांग की.
बता दें कि इसी हफ्ते सोमवार को नीट-पीजी काउंसिंलिग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर पुलिस ने डंडे बरसाए थे और कुछ डॉक्टरों को डिटेन भी कर लिया था.
बाद में देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने डॉक्टरों से मुलाकात करके उनसे बदसलूकी के लिए खेद प्रकट किया था और कहा था कि नीट-पीजी काउंसिलिंग की प्रक्रिया जल्दी खत्म कर ली जाएगी.
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