नई दिल्ली: गुरुग्राम के सात पुलिस थानों में सात अलग-अलग लोगों के खिलाफ बलात्कार के सात मामले दर्ज करवाने वाली एक 20 वर्षीय छात्रा को अब कथित तौर पर फर्जी यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करके जबरन वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी ऑनर्स की छात्रा बताई जा रही इस लड़की पर कथित रूप से जबरन वसूली करने, एक महिला की मान-मर्यादा का अपमान करने, झूठे सबूत के लिए धमकी देने, आपराधिक धमकी और आपराधिक साजिश के लिए मामला दर्ज किया गया है.
इस लड़की ने सितंबर 2020 के बाद से पिछले 14 महीनों में सात ऐसी शिकायतें दर्ज कीं थीं. इनमें से तीन मामले पहले ही बंद किए जा चुके हैं जबकि दो मामलों में उसे आईपीसी की धारा 182 (झूठी जानकारी देने, किसी अन्य व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने के इरादे से एक लोक सेवक को अपनी वैध शक्ति का उपयोग करने को मजबूर करने) के तहत अदालत में पेश होने के लिए समन (नोटिस) जारी किया गया है.
उसकी गिरफ्तारी तब हुई जब जिन पुरुषों पर उसने आरोप लगाया थे उन्हीं में से एक की मां ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘उसे बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. उसके खिलाफ एक ऐसे शख्स की मां ने शिकायत दर्ज की थी जिसके खिलाफ इस लड़की ने 24 अक्टूबर 2021 को डीएलएफ फेज-3 पुलिस स्टेशन में बलात्कार का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाई थी.
इस लड़की के खिलाफ मामला न्यू कॉलोनी थाने में दर्ज कराया गया है.
इस महिला से जुड़े आरोप अक्टूबर 2021 में सामने आए थे.
फिल्म निर्माता और समाज सेविका दीपिका नारायण भारद्वाज ने हरियाणा राज्य महिला आयोग से शिकायत की थी कि ये सारे मामले फर्जी हैं. इसके बाद आयोग ने 26 अक्टूबर को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पी.के.अग्रवाल को इस मामले की एक विशेष जांच टीम से जांच कराने की मांग करते हुए पत्र लिखा था. यह जांच अभी भी जारी है.
उस वक्त दिप्रिंट से बात करते हुए इस लड़की ने कहा था कि उसके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं और यह भी कि उन सभी पुरुषों द्वारा उसका ‘इस्तेमाल’ किया गया है जिनके खिलाफ उसने मामाले दर्ज करवाएं हैं.
उस आदमी के बारे में जिसकी मां ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, उसने कहा था, ‘वह आदमी कुछ समय के लिए हमारे किराए के मकान में रह रहा था और हमने आपस में बातें करना शुरू कर दी थीं. इसके बाद हम आपस में मिलने-जुलने लगे. 17 अक्टूबर को हम एंबिएंस मॉल में मिले थे. उसने मुझसे यह कहते हुए छेड़छाड़ की कि वह मुझसे शादी करेगा. इसके बाद वह मुझे एक होटल में ले गया और वहां मेरे साथ बलात्कार किया.’
हालांकि इस आदमी को गिरफ्तार नहीं किया गया था और उसके परिजनों का आरोप है कि इस महिला और उसके परिवारवालों ने उन्हें ब्लैकमेल किया था. पुलिस में दर्ज उनकी शिकायत को दिप्रिंट ने भी देखा है.
गुरुग्राम के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) प्रीतपाल सांगवान ने दिप्रिंट को बताया, इस आदमी के परिवार को धमकी दी गई थी – पैसे दो या शादी कर लो. हमारी जांच के दौरान पाया गया कि यह लड़की पैसे मांगती थी और नहीं देने पर बलात्कार की शिकायत दर्ज करा देती थी.
सांगवान ने कहा, ‘वह पहले ही जबरन वसूली की नीयत से ऐसी सात शिकायतें दर्ज करा चुकी है. यह लड़की अपनी मां और अंकल के साथ मिलकर एक गिरोह चलाती है.’
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‘दुर्व्यवहार, हत्या की धमकी और ब्लैकमेल’
इस लड़की के खिलाफ दर्ज कराई गई प्राथमिकी में उस आदमी की मां ने इस लड़की पर अपने दो बेटों- एक जिसपर उसके द्वारा बलात्कार का आरोप लगाया गया था और दूसरे उसके बड़ा भाई – को फोन कॉल और टेक्स्ट संदेशों के माध्यम से बार-बार ‘दुर्व्यवहार करने, धमकी देने और ब्लैकमेल करने’ का आरोप लगाया है.
उसने यह भी दावा किया है कि इस 20 वर्षीय लड़की ने उन्हें ‘हत्या’ की भी धमकी दी थी जिसके बाद उन्हें इस लड़की के परिवारवालों – उसकी मां और एक अंकल – से बात करने की कोशिश करने के लिए मजबूर होना पड़ा. हालांकि, उनके अनुसार उन्हें फिर से धमकी दी गई.
दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार आरोपित व्यक्ति के 15 अक्टूबर को इस लड़की के परिवार से संबंधित किराए के आवास में रहने के लिए आने के ठीक एक दिन पहले -14 अक्टूबर को-इन दोनों ने आपस में बातचीत करनी शुरू की थी.
शिकायत में कहा गया है, ‘वह बार-बार मेरे बेटे को फोन करके गालियां देती थी और उसे धमकाती थी. वह एक ही बात पर अड़ी थी – अपने बेटे की शादी मुझसे करवा दो और मुझे उससे मिलवाओ.’
शिकायत में कहा गया है कि इस लड़की, उसकी मां और अंकल ने इस व्यक्ति के परिवार को बताया था कि उन्होंने अन्य पुरुषों के खिलाफ भी बलात्कार के मामले दर्ज किए थे उनके अनुसार बाद उन्हें जेल में डाल दिया गया था.
इस परिवार के करनाल वापस चले जाने के बाद इस लड़की की मां ने कथित तौर पर उन्हें व्हाट्सएप द्वारा बलात्कार के मामले में दर्ज कराई गई प्राथमिकी की एक कॉपी भेजी थी.
इस मामले के बारे में बात करते हुए ऊपर ज़िक्र किए गए अनाम अधिकारी ने कहा, ‘लड़के की मां ने हमें इस लड़की के खिलाफ सबूत के तौर पर वीडियो फुटेज, स्क्रीनशॉट और ऑडियो रिकॉर्डिंग मुहैया कराई हैं.’
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