एमपी के आईपीएस अधिकारी का ‘सिख, मुसलमान, जेकेएलएफ, उल्फा, सिमी, लिट्टे आतंकवादियों’ पर नजर रखने का आदेश, जिसकी दिप्रिंट ने खबर दी थी, एक बड़ा मजाक होगा और सांप्रदायिक पूर्वाग्रह को दिखाता है. दो समुदायों को आतंकवादियों के साथ जोड़ना एक खतरनाक मानसिकता को दर्शाता है. आईपीएस अधिकारियों को राजनीतिक आकाओं से गलत चीजें नहीं सीखनी चाहिए.