नई दिल्लीः तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित अन्य 11 लोगों के पार्थिव शरीर को पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल सहित सेनाओं के चीफ ने भी श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने हादसे का शिकार हुए जवानों के परिवार वालों से भी मुलाकात की.
आज यानी गुरुवार की शाम को जनरल बिपिन रावत सहित अन्य लोगों के पार्थिव शरीर को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाया गया था. जनरल रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर के अलावा बाकी लोगों के पार्थिव शरीर की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है. अधिकारियों के मुताबिक जिन लोगों की पहचान हो चुकी है सिर्फ उन्हीं के पार्थिव शरीर को उनके परिवार वालों को सौंपा जाएगा.
बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत को शुक्रवार को सिविलियन द्वारा सीडीएस कारज मार्ग आवास पर श्रद्धांजलि दी जा सकेगी. इसके लिए दिन के 11 बजे से साढ़े बारह बजे का समय निर्धारित किया गया है. बाद में सेना के लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे. उनके लिए साढ़े बारह बजे से डेढ़ बजे का समय निश्चित है. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली कैंट ब्रार स्क्वायर के लिए गन कैरिएज में ले जाया जाएगा.
जबकि ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर का अंतिम संस्कार दिल्ली कैंट एरिया में कल सवा नौ बजे किया जाएगा.
दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं.
पार्थिव शरीरों को भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से दिल्ली लाया गया, जो शाम करीब 7:35 बजे पालम हवाई अड्डे पर उतरा. जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 11 जवानों की मृत्यु हो गई थी. यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना गत कुछ दशकों में भारत में हुई बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक है जिनमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सफर कर रहे थे.
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