दीमापुर: नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (इसाक-मुइवा) ने बुधवार को कहा कि अफ्सपा के साये में कोई शांति वार्ता संभव नहीं है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में आतंकवाद रोधी अभियान पर दिए गए बयान को ‘गैर जिम्मेदाराना’ करार दिया.
इससे पहले ओटिंग के ग्रामीणों ने दावा किया था कि सेना ने उनकी पहचान का पता लगाए बिना ग्रामीणों को मारने के लिए गोली मार दी थी और उन्हें उग्रवादियों के रूप में पेश करने का प्रयास किया.
एनएससीएन (आईएम) ने यहां एक बयान में कहा कि सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (अफ्सपा) के साये में कोई भी राजनीतिक वार्ता सार्थक नहीं होगी.
केंद्र के साथ नगा राजनीतिक वार्ता में प्रमुख वार्ताकार एनएससीएन (आईएम) ने चार दिसंबर को मोन जिले के ओटिंग गांव में गोलीबारी में कम से कम 13 कोयला खदान मजदूरों की मौत पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिये बयान की भी निंदा की.
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