नई दिल्ली: चार दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व की आज से शुरुआत हो चुकी है. आज इस पर्व का पहला दिन है और इसे नहाय खाय के रूप में मनाते हैं..महिलाएं तब तक कुछ नहीं खाती हैं जब तक वो नहा न लें.
इस व्रत में साफ सफाई और शुद्धता का काफी ध्यान रखा जाता है. शुद्धता का ध्यान रखते हुए व्रतियों ने सोमवार सुबह देश की राजधानी में यमुना नदी में डुबकी लगा पर्व की शुरुआत कर दी है.
लेकिन जिस दौरान व्रती और महिलाएं यमुना में डुबकी लगाकर अपने को साफ सुथरा कर व्रत की शुरुआत कर रही थीं उसी दौरान यमुना नदी कालिंदी कुंज के पास सफेद और जहरीले झाग से भरी दिखाई दे रही थी.
हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब छठ पूजा के मौके पर यमुना की ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हों.
रविवार को यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से दिल्ली में कई इलाकों में पानी की आपूर्ति भी बाधित रही थी.
छठ पूजा को लेकर और यमुना में बढ़ते जहरीले झाग को लेकर राजनीति तेज हो गई है.
भारतीय जनता पार्टी ने नेता परवेश वर्मा ने कहा कि छठ को लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए..लेकिन इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने छठ पर्व को देखते हुए यमुना में किसी तरह की सफाई नहीं करवाई है.
वहीं परवेश वर्मा आईटीओ के करीब यमुना घाट पर छठ पूजा के लिए पूजा की. डीडीएमए ने केवल निर्धारित स्थलों पर पूजा की अनुमति दी है, यमुना घाटों पर नहीं.
उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री को पूर्वांचल के लोगों ने वोट दिया था और अब वह उन्हें अनुमति देने से इनकार कर रहे हैं. हम यहां घाट बनाएंगे और 10 नवंबर को जश्न मनाएंगे.’
Delhi: BJP MP Parvesh Verma celebrates #ChhathPuja at ITO Yamuna Ghat. DDMA has allowed the puja only on designated sites¬ on Yamuna ghats
"CM was voted to power by people from Purvanchal & now he's refusing to allow them.We'll make ghat here & celebrate on 10th Nov," he says pic.twitter.com/bW3KjbIIHh
— ANI (@ANI) November 8, 2021
वहीं भाजपा के नेता और दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि यमुना की जो तस्वीरें आ रही हैं वो चिंताजनक है.
उन्होंने लिखा, ‘ क्या हाल कर दिया आप ने दिल्ली का, ये आज की यमुना नदी की तस्वीरें काफ़ी चिंताजनक हैं और ये तस्वीरें बयान करती हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पूर्वांचलीयों की आस्था के पर्व छठ पूजा को यमुना नदी के तट पर मनाने से रोक क्यों लगाई, पोल जो खुल जाती…पहुंच रहा हूं इस घाट पर सच्चाई दिखाने.’
इस बीच मनोज तिवारी यमुना नदी पहुंचे और उन्होंने नदी में बहते हुए कचरे को उठाया और पूछा, ‘ कहां हैं केजरीवाल.’
उन्होंने कहा कि यमुना के हालात को देखकर आज जन जन का मन रो रहा है. केजरीवाल को यहां होना चाहिए.
यमुना की गंदगी को छुपाने के लिए वो छठ पर्व यमुना किनारे मनाए जाने से रोक रहे हैं.
Devotees performing Chhat Puja forced to take dip in toxic Yamuna. This is what Arvind Kejriwal has reduced Delhi to. This is his commitment towards providing facilities to those who celebrate the festival. Shame. https://t.co/p9K7zJtG3z
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 8, 2021
क्या हाल कर दिया आप ने दिल्ली का,
ये आज की यमुना नदी की तस्वीरें काफ़ी चिंताजनक हैं और ये तस्वीरें बयान करती हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पूर्वांचलीयों की आस्था के पर्व छठ पूजा को यमुना नदी के तट पर मनाने से रोक क्यों लगाई,पोल जो खुल जाती…पहुँच रहा हूँ इस घाट पर सच्चाई दिखाने pic.twitter.com/tvGKfoVoK3— Manoj Tiwari ?? (@ManojTiwariMP) November 8, 2021
दिल्ली में यमुना घाटों पर छठ पूजा उत्सव को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी दल भाजपा के बीच जारी जुबानी जंग रविवार को उस समय और तेज हो गई, जब भारतीय जनता पाटी के सांसद परवेश वर्मा ने प्रतिबंध की अवहेलना कर घाट पर छठ पूजा करने की धमकी दी थी.
सोमवार को उन्होंने घाट की पूजा भी की. साथ ही वर्मा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वह उन्हें रोककर दिखाएं.
इस बीच, आप के एक विधायक ने भाजपा पर द्वारका में उन्हें छठ घाट तैयार करने से रोकने का आरोप लगाते हुए धरना दिया.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने इस साल यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है. इसे लेकर आप और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग जारी है. इस पर्व के राजनीतिक मायने भी हैं क्योंकि पूर्वांचल (पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार) के लोग भारी संख्या में शहर में निवास करते हैं जोकि वोट बैंक के लिहाज से दोनों दलों के लिए अहम हैं.
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