रोम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनिया के अन्य नेताओं से संवाद किया.
भारत में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा ट्वीट की गयी तस्वीरों में प्रधानमंत्री मोदी को बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात करते हुए देखा जा सकता है.
पीएमओ ने ट्वीट में लिखा, ‘रोम में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनेक नेताओं से बातचीत की.’
तस्वीरों में मोदी को बाइडन के साथ घूमते हुए देखा जा सकता है जिसमें लग रहा है कि वे हल्की-फुल्की बातचीत कर रहे हैं. दोनों नेता प्रसन्न मुद्रा में देखे जा सकते हैं.
बाइडन ने 24 सितंबर को व्हाइट हादस में मोदी की मेहमाननवाजी की थी जो उनकी पहली वैयक्तिक मुलाकात थी. अन्य तस्वीरों में मोदी को मैक्रों, ट्रूडो और जॉनसन के साथ देखा जा सकता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग समेत अन्य नेताओं से भी बातचीत की.
इससे पहले जी20 सम्मेलन में शामिल हो रहे मोदी समेत विश्व के सभी नेता एक ‘फेमिली फोटो’ के लिए एकत्रित हुए. पीएमओ ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘विश्व के नेताओं ने जी20 सम्मेलन के लिए रोम में मुलाकात की. यह वैश्विक अच्छाई के लिए महत्वपूर्ण बहुपक्षीय मंच है.’
प्रधानमंत्री मोदी की रोम यात्रा से पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि जी20 दुनिया में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत की सहभागिता के लिए और वैश्विक आर्थिक विकास के लिए नियम बनाने के लिहाज से एक मूल्यवान मंच बना हुआ है.
प्रधानमंत्री मोदी इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी के निमंत्रण पर जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 30-31 अक्टूबर को रोम की यात्रा पर रहेंगे. इटली पिछले साल दिसंबर से जी20 का अध्यक्ष है.
जी20 एक अग्रणी वैश्विक मंच है जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को साथ लाता है.
रोम में आयोजित सम्मेलन में जी20 के सदस्य देशों, यूरोपीय संघ और अन्य आमंत्रित देशों के राष्ट्र प्रमुख एवं शासनाध्यक्ष तथा कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे.
मोदी रोम से रविवार को ग्लासगो जाएंगे जहां वह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के रूपरेखा समझौते के लिए पक्षकारों के 26वें सम्मेलन (सीओपी-26) में शामिल होंगे.
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