रोमः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रोम में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और कहा कि उनके आदर्श दुनियाभर में लोगों को प्रेरित करते हैं.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘रोम में, मुझे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर मिला जिनके आदर्शो ने दुनियाभर में लाखों लोगों को साहस और प्रेरणा दी है.’
प्रधानमंत्री मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रोम आए हैं. महात्मा गांधी के प्रतिमा स्थल के पास उपस्थति भारतीयों के समूह ने प्रधानमंत्री का अभिवादन किया.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया, ‘महान बापू के आदर्श दुनियाभर में गूंज रहे हैं.’
पीएमओ सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी वर्ष 2014 में पदभार संभालने के बाद से ही अपने विदेशी दौरों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते रहे हैं.
मोदी ने सितंबर 2014 में वाशिंगटन डीसी में महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की और इसी वर्ष नवंबर में आस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मोदी ने अपने भाषण में कहा कि 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर में सिर्फ एक व्यक्ति का ही जन्म नहीं हुआ बल्कि एक युग का जन्म हुआ.
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (मोदी) अपने भाषणों में अक्सर महात्मा गांधी की शिक्षाओं को उद्धृत किया है और ऐसा न केवल भारत में लोगों को संबोधित करते हुए किया बल्कि संयुक्त राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय यात्राओं और वैश्विक समुदाय को संबोधित करते हुए भी किया.’
अप्रैल 2015 में मोदी ने जर्मनी के हैम्बर्ग में गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया और इसी वर्ष जुलाई में तुर्कमेनिस्तान के अशगावात के खेल परिसर में भी बापू की प्रतिमा का अनावरण किया. उन्होंने किर्गिजिस्तान के बिश्केक में गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया.
जुलाई 2016 में दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान मोदी ने महात्मा गांधी से जुड़े स्थानों का दौरा किया और जोहान्सबर्ग और फिनिक्स क्षेत्र में सर्वोदय स्थल में बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि साल 2016 में केन्या और पुर्तगाल की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की . प्रधानमंत्री मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने 2019 में सोल में योनसेई विश्वविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया था.
यह भी पढ़ेंः भारत के ASEAN के साथ हजारों साल से जीवंत संबंध, यह हमारे साझा मूल्य, भाषा, संस्कृति में दिखता है: PM मोदी