नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एकबार फिर चुनावी मैदान में हैं. इस बार वो अपने प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
करीब साढ़े तीन साल बाद बिहार लौटे पूर्व मुख्यमंत्री भले ही स्वस्थ्य न दिख रहे हों लेकिन अपनी पार्टी में जान फूंकने के लिए एक बार फिर कमर कस ली है और बिहार की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है.
30 अक्टूबर को बिहार के दो विधानसभा क्षेत्र तारापुर और कुशेश्वरनाथ में उपचुनाव होने हैं. आरजेडी ने तारापुर से अरुण कुमार साह और कुशेश्वर स्थान से गणेश भारती को टिकट दिया है. ये दोनों सीटें जदयू के पास थीं. लेकिन इसी साल दोनों विधायकों की मौत हो जाने से, उपचुनाव कराए जा रहे हैं.
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‘मैं ठीक हूं’
लालू यादव बुधवार सुबह पहले तारापुर के ईदगाह मैदान में आयोजित रैली में पहुंचे. उन्हें देखने के लिए वहां हजारों की संख्या में लोग एकत्रित थे. लालू ने मंच पर पहुंचते ही विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया..लेकिन जनता को अपने साथ जोड़ने का अंदाज वही पुराना ही रहा. उन्होंने मंच पर पहुंचते ही हाथ हिलाते हुए कहा, ‘मैं जनता को प्रणाम करने आया हूं.’
छह साल बाद अपने प्रिय नेता को अपने बीच पाकर जनता बेकाबू नजर आई तो लालू ने अपने चिरपरिचित अंदाज में शांति की अपील की. लालू बोले, ‘ये लड़ाई सरकार और जनता के बीच में है. लोक शाही के सामने कोई टिका नहीं है.’
रैली को संबोधित करने से पहले लालू यादव ने कहा, ‘मैंने सोनिया गांधी से बात की. उन्होंने मुझसे मेरी कुशलक्षेम और मैं कहां हूं इसके बारे में पूछा.’
लालू ने आगे बताया कि मैंने उन्हें कहा, ‘मैं ठीक हूं, आपकी पार्टी एक अखिल भारतीय पार्टी है, इसलिए सभी समान विचारधारा वाले लोगों और पार्टियों को एक मजबूत विकल्प बनाने के लिए सभी लोगों की एक बैठक बुलानी चाहिए.’
इसके बाद राजद सुप्रीमो नीतीश कुमार पर हमलावर हुए. उन्होंने कहा, ‘तेजस्वी यादव ने उनका कचूमर निकाल दिया है.’
लालू ने कहा कि, ‘हमने कहा कि नीतीश सरकार का विसर्जन हो रहा है तो नीतीश बोलते हैं कि ‘हमें गोली मार दें. अरे हम काहे गोली मारेंगे..तुम खुद मर जाओगे.’
‘नीतीश कुमार डर गए हैं. वह कहते फिर रहे हैं कि लालू हमको जान से मरवा देगा. लालू यादव का यही काम है क्या? नीतीश कुमार की हमने कई बार मदद की, लेकिन नीतीश किसी के नहीं हैं. नीतीश कुमार पलटू राम हैं.’
लालू के निशाने पर लगातार नीतीश रहे, उन्होंने कहा कि ‘वह आरएसएस की गोद में खेल रहे हैं. लाल कपड़ा देख जैसा सांड भड़कता है वैसे ही जनता को देख कर नीतीश भड़कते हैं. हमने आडवाणी को गिरफ़्तार किया, हमने कभी संप्रदायिकता से समझौता नहीं किया. ‘
‘जब हम रेल मंत्री थे तो रेलवे को फ़ायदा में लाया, लेकिन आज रेलवे का हाल क्या है. रेल बेच दिया है. आज देश में कुछ नहीं मिल रहा है.’
छह साल बाद आज की चुनावी रैली
आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने छह साल बाद आज चुनावी रैली को संबोधित किया. लालू बिहार की दो विधानसभा सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान के लिए होने वाले वाले उपचुनाव के प्रचार के लिए मैदान में है.
लालू ने शराबबंदी पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में चूहा शराब पी लेता है. नीतीश ने कोई काम नहीं किया, वो बोले थे राज्य को विशेष दर्जा दिलाने वाले का साथ देंगे. लेकिन आज तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला. नीतीश कहते थे कि मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा.
लालू ने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि अब आपका समय है सभी एकजुट होकर वोट कीजिए. बिहार में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. यहां बेरोजगारी चरम स्थिति पर है.
2017 में चारा घोटाले से जुड़े मामले में दोषी क़रार दिए जाने के बाद, अप्रैल में लालू को ज़मानत पर रिहा किया गया, जिसके बाद से वो लगातार दिल्ली में ही अपना इलाज करा रहे थे. लालू अपनी बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद बेटी मीसा भारती के घर पर रह रहे थे. वो रविवार शाम को ही पटना लौटे हैं.
इससे पहले वो अप्रैल 2018 में अपने बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी में शिरकत के लिए पेरोल पर बिहार आए थे. उस दौरान वो रांची जेल में सज़ा काट रहे थे.
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