scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमलास्ट लाफनए भारत के लिए 'जश्न' और शाकाहारियों के लिए मुश्किल समय

नए भारत के लिए ‘जश्न’ और शाकाहारियों के लिए मुश्किल समय

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.

Text Size:

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के फ़ीचर्ड कार्टून में मंजुल ने फैब इंडिया के नए दीवाली थीम वाले विज्ञापन पर तंज़ कसा है. इस विज्ञापन अभियान ‘जश्न ए रिवाज़’ को भारतीय संस्कृति के लिए ‘सम्मान‘ के तौर पर बताया जा रहा था लेकिन कुछ सोशिल मीडिया यूजर्स इसकी आलोचना की. इनमें बीजेपी के सांसद तेजस्वी सूर्या भी शामिल थे, जिन्होंने इसे ‘हिंदू त्यौहारों का जानबूझ कर अब्राहमीकरण किया जाना’ बताया. इसके बाद इस विज्ञापन को हटा लिया गया.

Image
संदीप अध्वर्यु | The Times of India

संदीप अध्वर्यु ने भी ‘जश्न-ए-रिवाज़’ की तर्ज पर देश में पेट्रोल-डीज़ल की आसमान छूती कीमतों पर तंज़ किया है.

Image
सजित कुमार | Deccan Herald

सजित कुमार केंद्र सरकार के नए आदेश की आलोचना कर रहे हैं जिसमें मंत्रालयों को कैबिनेट के फैसलों के बारे में प्रेस रिलीज़ आसान शब्दों में जारी करने के लिए कहा गया है.

Image
आर. प्रसाद | The Economic Times

आर. प्रसाद बता रहें कि घाटी में नागरिकों की हत्या सरकार के उन वादों की विफलता है जो उसने कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के बाद किए थे.

ई.पी. उन्नी | The Indian Express

ई.पी. उन्नी भी नागरिकों की हत्याओं के कारण जम्मू और कश्मीर से प्रवासी मज़दूरों के वापस लौटने की घटना पर टिप्पणी कर रहे हैं.

Image
नला पोन्नप्पा | @PonnappaCartoon

नला पोन्नप्पा सब्ज़ियों की बढ़ती कीमतों की आलोचना कर रहे हैं.

Image
कीर्तीश भट्ट | BBC News Hindi

कीर्तीश भट्ट बता रहे हैं कि आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने की घोषणा ने प्रतिद्वंद्वी दलों के लिए मुश्किल स्थिति पैदा कर दी है.

(इन कार्टून्स को अंग्रेज़ी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments