नई दिल्ली: बिजली उत्पादन संयंत्रों में कोयले के कम भंडार के बीच सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया ने अपनी सहायक कंपनियों से हालात सामान्य होने तक बिजली क्षेत्र के लिए विशेष फॉरवर्ड ई-नीलामी को छोड़कर कोयले की किसी भी तरह की ई-नीलामी आयोजित करने से परहेज करने को कहा है.
गौरतलब है कि बिजली संकट की खबरों के मद्देनजर कोयले की आपूर्ति के लिए बिजली क्षेत्र को प्राथमिकता दी जा रही है.
कोल इंडिया ने अपनी सहायक इकाइयों को भेजे एक पत्र में कहा, ‘बिजली घरों में भंडार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए घटते स्टॉक को फिर से भरने के लिए बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति को प्राथमिकता दी जा रही है. कोयला कंपनियों को सलाह दी जाती है कि बिजली क्षेत्र के लिए विशेष फॉरवर्ड ई-नीलामी को छोड़कर हालात सामान्य होने तक किसी भी ई-नीलामी से परहेज करें.’
इन सहायक कंपनियों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल), भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) शामिल हैं.
पत्र में कहा गया कि यदि कोई कोयला कंपनी बिजली क्षेत्र को भेजे जाने वाले कोयले को प्रभावित किए बिना किसी अन्य क्षेत्र को ई-नीलामी करना चाहती है तो ऐसी किसी भी नीलामी की योजना से पहले उचित कारण के साथ कोल इंडिया पहले बताया जा सकता है.
कोल इंडिया ने कहा कि राष्ट्र के हित में यह केवल एक अस्थायी प्राथमिकता है और इसका आशय ई-नीलामी प्रारूप को रोकना नहीं है.
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