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Thursday, 7 November, 2024
होम50 शब्दों में मतइस्लामाबाद की दक्षेस में तालिबान की मांग चीजें जटिल बनाती है, इसके मकसद पर फिर से सोचने का समय है

इस्लामाबाद की दक्षेस में तालिबान की मांग चीजें जटिल बनाती है, इसके मकसद पर फिर से सोचने का समय है

दिप्रिंट का 50 शब्दों में महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नजरिया.

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दक्षेस कश्मीर और आतंकवाद को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के लिए बंधक रहा है, और 7 साल से एक भी शिखर सम्मेलन का आयोजन नहीं किया गया है. इस्लामाबाद ने विदेश मंत्रियों की बैठक में तालिबान की भागीदारी की मांग कर इसे और जटिल बना दिया है. एक तरफ गहरे विभाजन हैं, यह सार्क के मूल उद्देश्य को फिर से देखने या रीमेक करने का समय है.

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