नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस पद के लिए नवजोत सिंह सिद्धू के नाम की संभावना का विरोध करते हुए शनिवार को कहा कि जो एक मंत्रालय ठीक से नहीं चला सके, वो भला राज्य क्या चलाएंगे.
अमरिंदर सिंह ने एक निजी चैनल के साथ बातचीत में यह दावा भी किया कि अगर सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वह पंजाब का बेड़ा गर्क कर देंगे.
यह पूछे जाने पर कि क्या सिद्धू मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें स्वीकार होंगे, तो अमरिंदर सिंह ने इसका ना में जवाब दिया.
उन्होंने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘एक मंत्रालय तो चला नहीं सके, राज्य क्या चलाएंगे. सब बर्बाद कर देंगे. उनकी कुव्वत नहीं है. पूरे राज्य का बेड़ा गर्क कर देंगे.’
सिंह ने कहा, ‘सिद्धू कुछ नहीं संभाल सकता, मैं उसे अच्छी तरह जानता हूं. वो पंजाब के लिए भयानक होने वाला है.’
‘ये कांग्रेस पार्टी का फैसला है अगर वे उसे (नवजोत सिंह सिद्धू) पंजाब मुख्यमंत्री का चेहरा बनाते हैं तो मैं इसका विरोध करूंगा क्योंकि ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है.’
अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘मैं जानता हूं पाकिस्तान के साथ कैसे इसका (नवजोत सिंह सिद्धू) संबंध है. पाकिस्तान का प्रधानमंत्री इसका दोस्त है, जनरल बाजवा के साथ इसकी दोस्ती है.’
उन्होंने कहा, ‘वो (नवजोत सिंह सिद्धू) मेरा मंत्री था और उसे निकालना पड़ा. 7 महीने तक अपनी फाइलें क्लियर नहीं की. क्या इस तरह का व्यक्ति जो एक विभाग नहीं संभाल सकता वो एक राज्य संभाल सकता है?’
सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री बनना ही सिद्धू का लक्ष्य है.
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नये नेता का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष पर छोड़ा गया
पंजाब में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शनिवार को एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से आग्रह किया गया कि वह विधायक दल के अगले नेता के बारे फैसला करें.
पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत और कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन के मुताबिक, विधायक दल की बैठक में एक और प्रस्ताव पारित कर पंजाब एवं पार्टी के प्रति योगदान के लिए अमरिंदर सिंह का धन्यवाद किया गया.
विधायक दल की बैठक के बाद रावत ने संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस में यह परंपरा रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष को नया नेता चुनने के लिए अधिकृत किया जाए. पंजाब के हमारे विधायक दल ने भी इसी परंपरा का अनुसरण करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह नये नेता का फैसला करें. कांग्रेस अध्यक्ष जिसे भी नेता चुनेंगी, वह सबको स्वीकार होगा.’
माकन ने कहा कि विधायक दल की बैठक में कांग्रेस के कुल 80 में से 78 विधायक मौजूद थे और मुख्यमंत्री के लिए इसमें किसी नाम पर चर्चा नहीं की गई.
उन्होंने कहा, ‘विधायक दल का नेता चुनने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत करने वाले प्रस्ताव के साथ ही एक प्रस्ताव रखा गया. इसमें हमने अमरिंदर सिंह के योगदान की तारीफ की और उनका धन्यवाद किया. उम्मीद की है कि उनका मार्गदर्शन आगे भी मिलता रहेगा.’
इससे पहले, अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और कहा कि कुछ महीनों के भीतर तीन बार विधायकों की बैठक बुलाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद यह निर्णय लिया.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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