नई दिल्ली : देश में एक दिन में कोविड-19 के 37,875 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,30,96,718 हो गयी जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,91,256 रह गयी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 369 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,41,411 पर पहुंच गयी. उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 1.18 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.48 प्रतिशत है,
मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,608 की कमी दर्ज की गयी. मंगलवार को कोविड-19 का पता लगाने के लिए 17,53,745 नमूनों की जांच की गयी और इसी के साथ, अब तक इस महामारी का पता लगाने के लिए जांचे गए नमूनों की संख्या 53,49,43,093 पर पहुंच गयी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 2.16 प्रतिशत दर्ज की गयी. पिछले नौ दिनों से यह तीन प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर 2.49 प्रतिशत दर्ज की गयी। यह पिछले 75 दिनों से तीन प्रतिशत से कम है. इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,22,64,051 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है. देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीके की 70.75 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है.
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए. देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में जिन 369 और मरीजों की मौत हुई है उनमें से 189 की केरल और 86 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई। अभी तक इस महामारी से 4,41,411 लोग दम तोड़ चुके हैं. इनमें से 1,37,897 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 37,441 की कर्नाटक, 35,055 की तमिलनाडु, 25,083 की दिल्ली, 22,863 की उत्तर प्रदेश, 21,820 की केरल और 18,522 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.