न्यूयॉर्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से भारतीय राजदूत और दूतावास कर्मियों को निकालकर भारत लाने का अभियान ‘कठिन व जटिल’ रहा. साथ ही उन्होंने इस प्रयास में सहयोग करने वालों का आभार भी जताया.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए चार दिवसीय दौर पर अमेरिका पहुंचे जयशंकर ने अफगानिस्तान से भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन और दूतावास कर्मियों को वापस लाने के लिए नयी दिल्ली द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में ट्विटर पर विस्तृत जानकारी साझा की.
विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘भारतीय राजदूत और दूतावास कर्मियों का काबुल से भारत आना एक कठिन और जटिल अभियान था. उन सभी लोगों का धन्यवाद जिनके सहयोग से यह संभव हो पाया.’
काबुल में भारतीय राजदूत एवं दूतावास के कर्मियों समेत करीब 150 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को अफगानिस्तान से गुजरात के जामनगर पहुंचा था. सी-19 विमान पूर्वाह्न 11 बजकर 15 मिनट पर जामनगर में वायुसेना अड्डे पर उतरा था और फिर वहां से ईंधन भराने के बाद शाम करीब पांच बजे दिल्ली के समीप स्थित हिंडन एयरबेस पहुंचा.
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