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Monday, 30 September, 2024
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भाजपा के लोग मेनिफेस्टो नहीं बल्कि मनीफेस्टो बनाते हैं, उनके लिए राजनीति व्यापार है: अखिलेश यादव

भाजपा पर राजनीति को जनसेवा नहीं बल्कि कारोबार का जरिया बनाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘भाजपा के लोग मेनिफेस्टो नहीं बल्कि मनीफेस्टो बनाते हैं. उनके लिए राजनीति व्यापार है.’

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लखनऊ/कन्नौज: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से उत्तर प्रदेश की जनता कि नाराजगी देखकर लगता है कि उनकी पार्टी राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें हासिल करेगी.

सपा अध्यक्ष ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ अपनी साइकिल यात्रा शुरू करने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया, ‘सरकार हर मुद्दे पर नाकाम है. अभी तक हम 350 बोलते थे लेकिन जिस तरह की नाराजगी जनता के बीच है, हो सकता है हम 400 सीटें जीत जाएं. आज तो स्थिति ऐसी है कि भाजपा के पास प्रत्याशी कम पड़ जाएंगे. प्रत्याशी टिकट ही नहीं मांगेंगे.’

यादव के 400 सीटें जीतने के दावे पर योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रवक्‍ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘400 का सपना देख रहे सपा नेता के सामने चुनाव में 40 सीटें बचाने की बड़ी चुनौती है.’

अखिलेश ने आरोप लगाया कि पिछले रविवार को मिर्जापुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली में दावा किया कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने 2017 के चुनावी घोषणापत्र के सभी वादे पूरे किए हैं, लेकिन सच्च यह है कि भाजपा ने अभी तक अपना घोषणापत्र खोलकर देखा तक नहीं है.

भाजपा पर राजनीति को जनसेवा नहीं बल्कि कारोबार का जरिया बनाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘भाजपा के लोग मेनिफेस्टो नहीं बल्कि मनीफेस्टो बनाते हैं. उनके लिए राजनीति व्यापार है.’

विपक्ष के डीएनए पर सवाल उठा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘योगी जी न जाने किस बायोलॉजिस्ट से मिले, लेकिन उन्हें डीएनए का फुल फॉर्म तक नहीं मालूम होगा.’

अखिलेश ने भाजपा पर किसानों से वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा के संकल्प पत्र में पहला वादा 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का था लेकिन मौजूदा सरकार को यह भी नहीं पता होगा कि किसानों की आय क्या है.’

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की योगी आदित्यनाथ नीत सरकार पर कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों की जान बचाने में पूरी तरह से विफल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन ने जनता को धोखा दिया और बड़ी संख्या में लोगों की जान गई.

संबोधन के बाद अखिलेश लखनऊ की सड़कों पर साइकिल यात्रा के लिए निकले और करीब साढे छह किलोमीटर की दूरी तय की.

साइकिल सपा का चुनाव निशान भी है. सपा अक्टूबर में प्रदेश के सभी 75 जिलों में रथयात्रा निकालने की योजना बना रही है. पार्टी ने हाल ही में राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की श्रृंखला शुरू की थी. इन बैठकों में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के संभावित उम्मीदवारों के नामों पर भी चर्चा हुई थी.

इसबीच कन्नौज से मिली सूचना के अनुसार, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव ने सपा द्वारा आयोजित साइकिल रैली को रवाना किया.

इस मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए डिंपल ने कहा कि भाजपा सरकार विकास विरोधी है. जब से भाजपा सरकार बनी है, कन्नौज संसदीय क्षेत्र में सपा सरकार द्वारा शुरू किए गए विकास कार्य ठप हो गए. तमाम परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं जिनके लिए सरकार ने पैसा नहीं दिया.

डिंपल ने आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी सरकार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई है. कोरोना काल मे मरीज ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे थे, तो उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिली. दवायें नहीं मिलीं और सबसे ज्यादा खराब हालत तब हुई जब अनगिनत शव गंगा की रेती में दफनाये गये. लाशें गंगा में तैरती रहीं और उनका अंतिम संस्कार नहीं हो सका.

इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने समाजवाद के प्रणेता जनेश्वर मिश्र की जयंती पर बृहस्पतिवार को साइकिल यात्रा निकाल रही सपा पर निशाना साधा.

मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘दिवंगत जनेश्वर मिश्र की जयंती पर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किया. उनके नाम पर लखनऊ में जो पार्क है उसे बसपा सरकार ने बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर के नाम पर बनाया, मगर सपा सरकार ने जातिवादी सोच एवं द्वेष के कारण इसका नाम भी नए जिलों आदि की तरह बदल दिया, यह कैसा सम्मान?’

उधर, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने भी कहा कि अखिलेश यादव पिछले चार साल से ‘वर्क फ्रॉम होम’ कर रहे हैं और इस दौरान वह कभी जनता के मुद्दों को लेकर सड़क पर नजर नहीं आए. अब विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख उन्होंने सक्रियता दिखाई है लेकिन चुनाव में उनकी पार्टी को इसका कोई फायदा नहीं होगा.

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि गुंडों, माफियाओं और भ्रष्‍टाचारियों का गैंग चलाने वाले अखिलेश यादव के मुंह से कानून व्‍यवस्‍था और न्‍याय की बात अच्‍छी नहीं लगती.

उन्होंने कहा कि किसानों को तबाह करने वाले अखिलेश को किसानों की खुशहाली और कृषि विकास को देखना चाहिए. योगी सरकार ने चार साल में किसान, नौजवान, मजदूरों और ग्रामीणों की किस्‍मत बदलने का काम किया है. जिन गन्‍ना किसानों का पैसा अखिलेश सरकार नहीं दे पाई थी. वह भी योगी सरकार ने किसानों को दिया.

सपा की साइकिल यात्रा के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा, ‘राज्य के लोग जानते हैं कि कांग्रेस ने पिछले चार वर्षों में उनके मुद्दों के लिये संघर्ष किया है. हम जनता के मुद्दों पर सड़कों पर थे. सपा मुख्य विपक्षी दल है, लेकिन वह कांग्रेस ही है जो हर मौके पर लोगों के साथ खड़ी रही.’

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