नई दिल्ली: असम और मिजोरम की सरकारें सीमा विवाद को शांतिपूर्ण समाधान के लिए तैयार हो गई हैं. गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. असम और मिजोरम के बीच सीमा संघर्ष को हल करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बुलाई गई बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों ने शिरकत की.
इस संघर्ष में पांच पुलिस कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी.
अधिकारियों ने बताया कि गृह सचिव अजय भल्ला ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ और पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत तथा मिजोरम के उनके समकक्ष लालनुनमाविया चुआंगो और एसबीके सिंह ने हिस्सा लिया.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों राज्य सरकारें इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाने पर सहमत हुईं। https://t.co/6qq1ejJ8R7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2021
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और असम के मुख्य सचिव, जिष्णु बरुआ के साथ बैठक के बाद मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने कहा कि स्थिति शांतिपूर्ण है और हम इसे बनाए रखने की कोशिश करेंगे. हिंसा में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘केंद्र सरकार असम-मिजोरम सीमा विवाद से चिंतित है जिसके कारण हिंसा हुई और छह लोगों की मौत हो गई. बैठक का उद्देश्य तनाव कम करना, शांति स्थापित करना और संभावित समाधान खोजना है.’ अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ के महानिदेशक भी बैठक में शामिल हुए क्योंकि अर्धसैनिक बल के जवानों को असम-मिजोरम के सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया गया है, जहां तनाव अधिक है.
मिजोरम पुलिस ने असम के अधिकारियों की एक टीम पर सोमवार को गोलीबारी कर दी, जिसमें में असम पुलिस के पांच कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक सहित 50 से अधिक अन्य लोग जख्मी हो गए.
असम के बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हाइलाकांडी की मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आठ पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की थी और सीमा विवादों को सुलझाने की जरूरत को रेखांकित किया था, जिसके दो दिन बाद यह घटना हुई थी.
(भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)