नई दिल्ली : प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा पेगासस का इस्तेमाल देश के खिलाफ किया है, यह राष्ट्रवाद का मामला है. उन्होंने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि पेगासस को खरीदा गया या नहीं. वहीं राहुल के आरोप पर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अगर राहुल के फोन में हथियार है तो वह उसकी जांच कराएं.
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह पर पेगसास स्पाईवेयर का उपयोग करके लोकतंत्र की आत्मा पर चोट करने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सिर्फ एक सवाल पूछना चाहते हैं. क्या भारत सरकार ने Pegasus को खरीदा है? हां या नहीं. क्या सरकार ने अपने ही लोगों के खिलाफ पेगासस हथियार का इस्तेमाल किया? हमें सरकार द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सदन में पेगासस पर कोई चर्चा नहीं होगी.
राहुल ने कहा, ‘मैं देश के युवाओं से जानना चाहता हूं- नरेंद्र मोदी जी ने आपके फोन में एक हथियार भेजा है. इस हथियार का इस्तेमाल मेरे खिलाफ, सुप्रीम कोर्ट, कई नेताओं, प्रेस के लोगों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ किया गया है. तो इस पर सदन में चर्चा क्यों नहीं होनी चाहिए?
We want to ask just one question. Has the Govt of India bought Pegasus? Yes or No. Did the Govt use Pegasus weapon against its own people? We have been told clearly by the Govt that no discussion will take place on Pegasus in the House: Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/ISqeP4dF68
— ANI (@ANI) July 28, 2021
प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि सरकार ने पेगासस पर चर्चा करने से इनकार कर दिया है.
उन्होंने कहा, ‘हमारी आवाज को संसद में दबाया जा रहा है. हमारा सिर्फ यह सवाल है कि क्या भारत सरकार ने पेगासस को खरीदा?…हां या ना. क्या सरकार ने अपने ही लोगों पर पेगासस हथियार का इस्तेमाल किया ?… हां या ना.’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि विपक्षी नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और लोकतांत्रिक संस्थाओं के खिलाफ पेगासस रूपी हथियार का उपयोग किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘कहा जा रहा है कि हम संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं. हम संसद को बाधित नहीं कर रहे हैं. हम सिर्फ विपक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी पूरा करना चाह रहे हैं. इस हथियार का उपयोग देश के खिलाफ किया गया है.’
राहुल गांधी ने सवाल किया, ‘इस हथियारों का उपयोग आतंकवादियों के खिलाफ करना चाहिए. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से पूछना चाहते हैं कि इसका इस्तेमाल लोकतांत्रिक संस्थाओं के खिलाफ क्यों किया गया?’
उन्होंने दावा किया, ‘पेगासस का मामला राष्ट्रवाद का मामला है. मेरे लिए यह निजता का मामला नहीं है. नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह ने देश के लोकतंत्र की आत्मा पर चोट मारी है. इसलिए हम इस पर चर्चा चाहते हैं.
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि संसद की कार्यवाही नहीं चलने के लिए सरकार जिम्मेदार है.
उन्होंने यह भी कहा कि पेगासस के मुद्दे पर सभी विपक्षी दल एकजुट हैं.
शिवसेना के संजय राउत ने कहा, ‘यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है. सरकार को खुद आगे आकर कहना चाहिए कि हम चर्चा के लिए तैयार है. सरकार ने विश्वासघात किया है.’
उन्होंने कहा, ‘यह पहली बार नहीं हो रहा है कि संसद की कार्यवाही नहीं चल रही है. अगर सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात नहीं करना चाहती है तो फिर किस पर करना चाहती है.’
संवाददाता सम्मेलन से पहले विपक्षी नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च किया और उन्होंने हाथ में तख्तियां ले रखी थीं.
इससे पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक हुई. इस बैठक में खड़गे, राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता मौजूद थे.
पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है. 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है.
विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा.
भाजपा ने किया पलटवार
संबित ने पेगासस को लेकर राहुल के आरोप पर कहा कि अगर उसके फोन में हथियार है, तो भी वह शिकायत दर्ज नहीं करते और केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं. कोई राहुल गांधी की जासूसी क्यों करेगा? वह कांग्रेस पार्टी को चलाने में असमर्थ हैं. उनकी जासूसी करने से क्या हासिल होगा? राहुल जी, आप अपना फोन चेक करवा लें.
पात्रा ने कहा कि पीएम मोदी अहम मुद्दों पर मीटिंग बुलाते हैं, लेकिन कांग्रेस उनका बहिष्कार करती है. आप (राहुल गांधी) कह रहे हैं कि एक डॉक्टर्ड प्रयास (पेगासस) हमारे लिए महत्वपूर्ण है, COVID नहीं. आप लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं. आप लोगों की आवाज दबा रहे हैं.
वहीं भाजपा संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विपक्षी दल क्या चाहते हैं? उनका एक ही लक्ष्य है और वह है अपने परिवारों को बचाना. राहुल और प्रियंका केवल राजनीतिक रूप से सेटल होना चाहते हैं. भारत को विकास के पथ पर ले जाना पीएम मोदी की एकमात्र चिंता है. विपक्षी एकता के नाटक को जनता समझती है.
(भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)