कश्मीर: कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला 86 साल के हैं, और अभी भी भरपूर जिंदगी जी रहे हैं. दिप्रिंट से खास मुलाकत के दौरान उन्होंने राजनीति से लेकर अपने लंदन में बिताए डॉक्टरी के दिन तक को याद किया. इस दौरान कई कई बार वो भावुक हुए तो कई बार बिंदास हंसते नजर आए..उनके इस बेहतरीन पर को कैमरे की लेंस से कैद किया हमारे फोटोग्राफर प्रवीण जैन ने…देखिए उनके कुछ बेहतरीन एक्सप्रेशन्स..
वे अपने पुराने दिनों को याद करते हुए मुस्कुराते हैं, और राजनीतिक करियर के शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि कैसे वे अपने पिता शेख अब्दुल्ला के साथ उनकी राजनीतिक बैठकों में जाते थे. उनके पिता की प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ कितनी निकटता थी.
बिंदास हंसी के साथ
अपने पुराने दिनों को दिल से याद करते हुए, वह खुल कर हंसते हुए बताते हैं कि लंदन में डॉक्टर के रूप वे कितनी पार्टी करते थे, उनके दोस्त और क्या लापरवाह जिंदगी थी. उन्होंने यह भी कहा कि आज की राजनीति से बहुत अलग उस समय की राजनीति कितनी इनक्लूसिव थी.
आज के हालात से नाराज
दिप्रिंट से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने आज के कश्मीर के बारे में भी बात की. फारूक अब्दुल्ला नई वास्तविकताओं के साथ संघर्ष करते हुए दिखाई देते हैं. और वे एक कश्मीरी के रूप में बोलते है , वे ‘आजाद नहीं बल्कि गुलाम’ हैं.
जब अनुच्छेद 370 की बात आती है तो उसकी निगाह दूर-दूर तक जाती है. वे बताते है कि मोदी सरकार ने जब 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 रद्द कर दिया तो कश्मीर के लोगों को महसूस हुआ कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है.
अब्दुल्ला को एक दिन पहले हिरासत में लिया गया था, सात महीने बाद उनको रिहा किया गया था.
चेतावनी देते
अब्दुल्ला बताते हैं कि भले ही आपको लग रहा हो कि कश्मीरियों ने हालात से समझौता कर लिया है उनका गुस्सा कम हो गया है लेकिन उनके दिलों में जो नफरत और गुस्सा है उसे देखने की जरूरत है.
वे इस बात पर जोर देते हुए कहते हैं कि भारत सरकार को ‘ अपने फैसले पर पुनर्विचार करना होगा क्योंकि हर कोने पर सेना तैनात करना समाधान नहीं है’ और यह कश्मीरी दिलों को जीतने में मदद नहीं करेगा.
अब्दुल्ला ने ईश्वर की ओर हाथ उठाते हुए आगे कहा कि ‘परिवर्तन अनिवार्य है ‘ वह कहते है कि आगे इसे देखने के लिए वे जीवित नहीं रहेंगे, लेकिन ऐसा होगा.
दिप्रिंट के राष्ट्रीय फ़ोटो संपादक प्रवीण जैन ने दिप्रिंट से भारतीय राजनीति जम्मू और कश्मीर, अनुच्छेद 370 और अन्य के बारे में बात करते हुए उनके कई मिजाज को भी कैद किया.