नई दिल्ली: रॉयटर्स के लिए काम करने वाले भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की अफगानिस्तान के कंधार में झड़प के दौरान हत्या हो गई. भारत में अफ़ग़ानिस्तान के राजदूत फ़रीद मामुन्दजई ने इस खबर की पुष्टि की है.
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के मद्देनज़र वहां तालिबान का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है. कंधार के स्पिन बोल्डक क्षेत्र में एक झड़प के दौरान दानिश सिद्दीकी की हत्या हुई.
प्रसिद्ध फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी अफगानिस्तान में हो रही हिंसा को कवर कर रहे थे. 13 जुलाई को उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया था जिसमें उन्होंने बताया था कि वो जिस सेना की टुकड़ी के साथ सफर कर रहे थे उस काफिले पर भी हमला किया गया था. इस हमले में वो बाल-बाल बच गए थे.
The Humvee in which I was travelling with other special forces was also targeted by at least 3 RPG rounds and other weapons. I was lucky to be safe and capture the visual of one of the rockets hitting the armour plate overhead. pic.twitter.com/wipJmmtupp
— Danish Siddiqui (@dansiddiqui) July 13, 2021
भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई ने ट्वीट कर कहा, ‘कल रात कंधार में एक दोस्त दानिश सिद्दीकी की हत्या की दुखद खबर से गहरा दुख हुआ. भारतीय पत्रकार और पुलित्जर पुरस्कार विजेता अफगान सुरक्षा बलों के साथ थे, जब उन पर आतंकवादियों ने हमला किया था.’
उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे 2 हफ्ते पहले काबुल के लिए रवाना होने से पहले मिला था. उन्होंने फोटो पत्रकारिता के लिए अपने जुनून और अफगानिस्तान के लिए प्यार के बारे में बात की. उसे याद किया जाएगा. मैं उनके परिवार और रॉयटर्स के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.’
के लिए अपने जुनून और अफगानिस्तान के लिए प्यार के बारे में बात की।
उसे याद किया जाएगा। मैं उनके परिवार और रॉयटर्स के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। 2/2
— Farid Mamundzay फरीद मामुन्दजई فرید ماموندزی (@FMamundzay) July 16, 2021
पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांत से सटी अफगानिस्तान की सीमा के प्रमुख रास्ते को बंद कर दिया है. अफगानिस्तान में तालिबान लड़ाकों द्वारा महत्वपूर्ण ‘स्पिन बोल्डक क्रॉसिंग’ पर कब्जा जमाने की रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है. अफगानिस्तान में एक बार हिंसा की घटनाएं तेज हो गई हैं.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा, ‘वो अपने पीछे असाधारण काम छोड़कर गए हैं. उन्होंने फोटोग्राफी के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीता.’ ठाकुर ने दानिश की खींची एक तस्वीर भी साझा की.
Danish Siddiqui leaves behind an extraordinary body of work. He won the Pulitzer Prize for Photography and was embedded with the Afghan Forces in Kandahar. Sharing one of his pictures below. Sincere condolences. RIP https://t.co/xGhjJbsoCQ pic.twitter.com/9V7czR5DtB
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) July 16, 2021
दानिश ने बतौर टीवी जर्नलिस्ट अपने कैरियर की शुरुआत की थी और वो 2008 से 2010 के बीच इंडिया टुडे से जुड़े रहे थे.
सिद्दीकी मुंबई के रहने वाले थे. उन्होंने दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएट थे और 2007 में जामिया के एजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर से मास कम्युनिकेशन का अध्ययन किया था. वह 2010 में रॉयटर से जुड़े थे.
तालिबान ने इस हफ्ते कंधार के स्पिन बोल्डक जिले पर कब्जा कर लिया है. बीते कुछ दिनों से यहां पर भीषण लड़ाई चल रही है. देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच सरकार और तालिबान लड़ाकों के बीच लड़ाई तेज हो गई है.
2018 में रोहिंग्या संकट पर फीचर फोटोग्राफी के लिए उन्हें प्रतिष्ठित पुल्तिजर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
दानिश ने दुनिया के कई देशों में काम किया है और बतौर फोटो जर्नलिस्ट उन्होंने अफगानिस्तान और इराक युद्ध, रोहिंग्या संकट, होंगकोंग में हुए प्रदर्शन और नेपाल में आए भूकंप को कवर किया है. 2020 में दिल्ली दंगों, कोरोना संकट के दौरान भी उनकी खींची तस्वीरें काफी चर्चित रही थी.
यह भी पढ़ें: सॉफ्ट किल या हार्ड किल, ड्रोन से निपटने का कोई फूलप्रूफ सिस्टम नहीं है, भारत को R&D की जरूरत