कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस महीने के अंत तक नयी दिल्ली की यात्रा कर सकती हैं जहां वह विभिन्न गैर-भाजपा दलों के नेताओं के साथ बातचीत करेंगी. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोधी मोर्चा बनाए जाने की अटकलों के बीच तृणमूल कांग्रेस सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
कुछ खबरों के अनुसार, ममता 25 जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी रवाना होंगी. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल सूत्रों ने कहा कि ममता का दिल्ली दौरा 21 जुलाई को कोलकाता में शहीद दिवस रैली के बाद किसी भी दिन हो सकता है.
तृणमूल 21 जुलाई 1993 को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हुई पुलिस गोलीबारी में 13 लोगों की मौत की याद में हर साल एक रैली आयोजित करती है. गोलीबारी के समय ममता एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही थी. वह उस समय कांग्रेस में थीं.
पिछले महीने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार के नयी दिल्ली आवास पर विभिन्न दलों के नेताओं और प्रमुख लोगों की बैठक होने के बाद भाजपा विरोधी मोर्चे की अटकलों को फिर से बल मिला है. चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पवार और गांधी परिवार के साथ कई बैठकें होने के बाद भाजपा विरोधी गठबंधन की अटकलें फिर से तेज हो गयी. किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की थी.
सूत्रों ने पीटीआई-भाषा से कहा, ’21 जुलाई की शहीद दिवस रैली के बाद ममता के नयी दिल्ली जाने की संभावना है. वह अपने भाषण के दौरान अपनी यात्रा की जानकारी दे सकती हैं. तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन यह रैली के बाद ही होगी.’
ममता के राष्ट्रीय राजधानी में कुछ दिन रहने की संभावना है और जाहिरा तौर पर उन्होंने अपनी यात्रा के लिए ऐसा समय चुना है, जब संसद का मानसून सत्र चल रहा होगा और विपक्ष के कई वरिष्ठ नेता वहीं होंगे.
सूत्रों ने कहा कि ममता कुछ अन्य राज्यों की भी यात्रा कर सकती हैं.
इस बीच ममता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी यात्रा में कुछ भी असामान्य बात नहीं है. उन्होंने कहा, ‘चुनावों के बाद हर बार मैं पुराने और नए मित्रों से मिलने के लिए दिल्ली जाती हूं. इसलिए, इस बार भी, मैं कुछ दिनों के लिए दिल्ली जाऊंगी, वहां अभी कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है.’
तृणमूल के एक नेता ने कहा, ‘विधानसभा चुनावों में भाजपा को पराजित करने के बाद ममता दीदी का कद और बढ़ गया है. वह अब 2024 के आम चुनावों से पहले राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा विरोधी और गैर-भाजपा दलों से संपर्क करना चाहती हैं.’
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान ममता के सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शरद पवार से मुलाकात करने की संभावना है.