जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर के मद्देनजर महामारी को फैलने से रोकने के लिए लगाई पाबंदियां और सख्त करने की घोषणा की है.
रामफोसा ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका के नौ में से चार प्रांतों में महामारी की तीसरी लहर के मामले आने पहले ही शुरू हो गए और अन्य प्रांतों में भी संक्रमण फैल रहा है.
कोरोना वायरस की तीसरी लहर का सबसे अधिक असर आर्थिक केंद्र गाउतेंग प्रांत पर पड़ा है. देश में पिछले हफ्ते आए संक्रमण के मामलों में 40 प्रतिशत वृद्धि के दो तिहाई मामले इसी प्रांत से सामने आए. प्रांत में कोविड-19 से मर रहे लोगों की औसत संख्या बढ़कर 48 प्रतिशत हो गयी है.
रामफोसा ने कहा, ‘ऐसी आशंका है कि कुछ दिनों में गाउतेंग में नए मामले दूसरी लहर के सर्वाधिक मामलों की संख्या का आंकड़ा पार कर लेंगे. हमें लोगों की जान बचाने के लिए तुरंत निर्णायक कदम उठाने होंगे.’
राष्ट्रपति ने कहा कि महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार मंगलवार आधी रात से कोविड-19 संबंधी लॉकडाउन के तीसरे स्तर को लागू करेगी. इसके तहत रात दस बजे से सुबह चार बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाया जाएगा. रेस्त्रां, बार और फिटनेस केंद्रों को रात नौ बजे तक बंद करना होगा. किसी बंद स्थान के भीतर 50 लोगों और खुले स्थान पर 100 लोगों को ही एकत्रित होने की अनुमति होगी.
दक्षिण अफ्रीका में अभी तक कोविड-19 के 17,61,066 मामले आए हैं और 58,087 लोगों ने जान गंवाई है। देश में पिछले सात दिनों में संक्रमण के रोज औसतन 7,500 मामले आए.
रामफोसा ने कहा, ‘संक्रमण की पिछली दो लहरों और दुनियाभर के अनुभव से हम जानते हैं कि जब स्वास्थ्य सुविधाओं पर बोझ बढ़ गया तो ज्यादा लोगों ने जान गंवाई. हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करने पर है कि हमारे पास पर्याप्त स्वास्थ्य कर्मी हो और अस्पताल में पर्याप्त बिस्तर उपलब्ध हो.’
इस बीच, नयी पाबंदियों से बुधवार को युवा दिवस के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर असर पड़ेगा. दक्षिण अफ्रीका में 16 जून को मनाए जाने वाले युवा दिवस पर सार्वजनिक अवकाश होता है.