कोविन पोर्टल को 15 भारतीय भाषाओं में लाने का सरकार का फैसला देर से मिली राहत जैसा है. इस प्लेटफॉर्म की पहुंच ठीक तरह से हो इसके लिए बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है. ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन पंजीकरण के लिए दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाना चाहिए. सबसे ज्यादा जरूरी है कि मांग के अनुरूप वैक्सीन की सप्लाई हो.