सीबीआई द्वारा तृणमूल के मंत्रियों को गिरफ्तार करना जबकि इसी मामले में आरोपी भाजपा के नेता फ्री हैं, यह एक अहंकारी राजनीतिक प्रतिशोध है. भाजपा को पश्चिम बंगाल के फैसले को स्वीकार करना चाहिए और बैड लूज़र की तरह व्यवहार करना बंद करना चाहिए. इसके अलावा, आंध्र में राजद्रोह के आरोप में वाईएसआरसीपी के एक बागी सांसद की गिरफ्तारी से पता चलता है कि पुलिस स्टेट तेजी से फैल रहा है.