नई दिल्ली: पंजाब और हरियाणा चालू सीजन में क्रमश: 130 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) और 80 एलएमटी गेहूं की खरीद का लक्ष्य पार करने के करीब पहुंच गए हैं.
9 मई तक पंजाब 128.66 एलएमटी गेहूं की खरीद कर चुका है. पिछले साल इस दिन तक इसने 113.39 एलएमटी की खरीद की थी. हरियाणा ने अब तक 80.76 एलएमटी गेहूं खरीदा है, जबकि पिछले साल इस दिन तक 57.61 एलएमटी की खरीद हुई थी.
गेंहू की खुली खरीद की समयसीमा पूरी होने में अभी काफी वक्त होने के मद्देनजर दोनों प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों से उम्मीद की जाती है कि वे अपने अनुमानित लक्ष्यों से अधिक मात्रा में फसल की खरीद करेंगे.
गेहूं खरीद का सीजन पंजाब में 15 मई तक और हरियाणा में 25 मई तक चलना है.
केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण सचिव सुधांशु पांडे ने दिप्रिंट को बताया कि मध्य प्रदेश भी ऐसी ही उपलब्धि हासिल करने के रास्ते पर है.
पांडे ने कहा, ‘देश इस साल केंद्रीय पूल के लिए ज्यादा गेहूं खरीद का रिकॉर्ड बनाने को तैयार है क्योंकि गेहूं उत्पादक प्रमुख राज्यों ने खरीद सीजन खत्म होने से पहले ही अपने गेहूं खरीद लक्ष्य को पार कर लिया है.’
उन्होंने बताया, ‘इन दो राज्यों के अलावा एक और प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य और पिछले साल अग्रणी रहे मध्य प्रदेश, जो अब तक लगभग 99 एलएमटी गेहूं की खरीद कर चुका है, भी 135 एलएमटी के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा. मध्य प्रदेश में खरीद सीजन 15 जून तक चलेगा.’
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गेहूं की कुल खरीद 338 एलएमटी तक पहुंची
सचिव की तरफ से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी सीजन (2021-22) में गेहूं की कुल खरीद पिछले वर्ष के 248 एलएमटी के मुकाबले 338 एलएमटी के करीब पहुंच गई है, जो इसमें लगभग 36 प्रतिशत की वृद्धि है.
पंजाब ने केंद्रीय पूल के लिए गेहूं खरीद के पिछले छह वर्षों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है. इस साल अब तक 128.66 एलएमटी की खरीद की तुलना में वित्त वर्ष 2016-17, 2017-18, 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में क्रमश: 106.56 एलएमटी, 117.14 एलएमटी, 127.06 एलएमटी, 129.33 एलएमटी और 127.26 एलएमटी की खरीद की गई थी.
पांडे ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में किसानों को मौजूदा गेहूं खरीद सीजन में क्रमश: 21,588 करोड़ रुपये और 11,784 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. देशभर में इस खरीद सीजन में कुल 49,965 करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर किया जा चुका है.
सचिव ने बताया कि इसके अलावा, देशभर में 34.07 लाख किसानों को 19,030 खरीद केंद्रों के माध्यम से चल रही गेहूं खरीद की प्रक्रिया का फायदा हुआ है.
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