विदेशी मीडिया द्वारा आलोचना पर सरकार की प्रतिक्रिया उसकी परेशानी को दिखाता है. अंतरराष्ट्रीय पत्रकार वही कह रहे हैं जो भारत में महामारी के कुप्रबंधन को लेकर यहां का मीडिया नहीं कह पा रहा है. सरकार जानती है कि राजनयिक दबावों से विदेशी मीडिया नहीं डरने वाली है. यह रणनीति केवल घरेलू स्तर पर ही चल सकती है.
वायरस लोगों के विश्वास की परवाह नहीं करता, किसानों को अब प्रदर्शन खत्म करना चाहिए
किसान नेताओं को अब दिल्ली से प्रदर्शन खत्म करना चाहिए. भीड़ के लिए चाहे वो कुंभ, चुनावी रैली या कोई प्रदर्शन हो, वायरस खतरनाक साबित हो सकता है. रैली को मंजूरी देने वाली चुनाव आयोग के अधिकारियों पर हत्या का मामला चलाने की मद्रास हाई कोर्ट ने धमकी दी है. अपने विश्वास और कारणों से हर कोई अपवाद नहीं बन सकता क्योंकि वायरस ये सब नहीं समझता है.
जजों को इलाज की पांच सितारा सुविधा, मत पूछिए की सार्वजनिक अस्पतालों और सरकारी होटल्स को लेकर उदासीनता क्यों है
दिल्ली हाई कोर्ट ने जजों, स्टाफ, परिवारों के लिए विशेष कोविड सुविधा की मांग की. दिल्ली के मजिस्ट्रेट ने महामारी कानून लागू करते हुए पांच सितारा अशोका होटल में 100 कमरे रिजर्व किए हैं. उन्होंने चाणक्यपुरी के प्रीमियम प्राइवेट अस्पताल को आदेश दिया कि इन लोगों का ध्यान रखें. ये मत पूछिए कि सार्वजनिक अस्पातलों और सरकारी होटल्स को लेकर उदासीनता क्यों है.