नई दिल्ली: केंद्रीय राज्य मंत्री और गाजियाबाद से सांसद जनरल वीके सिंह (रि.) ने रविवार को एक ट्वीट कर कोविड मरीज के लिए एक बेड मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई.
पूर्व सेना प्रमुख के इस ट्वीट पर कई लोगों ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए, जहां नरेंद्र मोदी सरकार का एक मंत्री अपने ही संसदीय क्षेत्र में सोशल मीडिया के जरिए गुहार लगा रहा है. कुछ लोगों ने इसे वीके सिंह की निजी अपील माना.
अपने ट्वीट में गाजियाबाद के डीएम के साथ अन्य लोगों को टैग करते हुए सिंह ने लिखा, ‘कृपया हमारी मदद करें. मेरे भाई को कोरोना के इलाज के लिए बेड की जरूरत है. गाजियाबाद में बेड का इंतजाम नहीं हो पा रहा है.’
Am amazed at IQ level of trawls and fastest finger channels. Tweet was forward of a tweet to DM and says "please look into this". Forwarded tweet is in hindi. Bed needs have been sorted out by DM & CMO , hence to DM. Suggest correct your understanding. https://t.co/BVZyZgQoDG
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) April 18, 2021
ठीक इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभ मनि त्रिपाठी ने इसपर संज्ञान लिया और गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट से इसे देखने को कहा.
इस बीच कई ट्विटर यूजर्स ने वीके सिंह के ट्वीट पर तीखे हमले किए.
एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा जिसे उन्होंने बाद में डिलीट कर दिया, ‘आप गाजियाबाद के सांसद हैं, अगर आप ही ट्विटर पर मदद मांग रहे हैं तो गाजियाबाद के लोगों की मदद कौन करेगा. जिला मजिस्ट्रेट को कॉल कीजिए. वो ट्विटर पर सक्रिय नहीं रहते हैं.’
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘राम राज्य की स्थिति की कल्पना कीजिए.’
Imagine the conditions of Ram rajya
— Aditya Gupta (@researchAditya) April 18, 2021
Shocked !!!
एक सांसद को जो यूनियन मिनिस्टर है को मदद के लिए ट्विटर का सहारा लेना पड़ है!!!#StayHome #StaySafe
— Raj Kishor Pandey (@Rajkishortweets) April 18, 2021
MP of Ghaziabad, Ex Army Chief has to ask for help via twitter itself explains the situation in UP the largest state of India. We hope CM does some work for health sector rather then just changing names of places
— ।। काल्केया।। (@JaiMahishmiti) April 18, 2021
दिप्रिंट ने इस रिपोर्ट के लिए वीके सिंह का पक्ष जानने के लिए उन्हें कॉल किया लेकिन उनके मीडिया प्रतिनिधि ने फोन उठाया. मंत्रालय में कुछ संक्रमित लोगों के संपर्क में आने के बाद मंत्री आइसोलेशन में हैं.
उनके मीडिया प्रतिनिधि कुलदीप सिंह चौहान ने कहा, ‘ये ट्वीट उनके परिवार से संबंधित नहीं है. वो अपने परिवार के लिए मदद नहीं मांग रहे हैं. किसी और को बेड की जरूरत थी और उन्होंने उसके लिए ये ट्वीट किया था.
सिंह ने भी इसी तरह का स्पष्टीकरण एक ट्वीट कर दिया लेकिन अब उसे डिलीट कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश में बढ़ते मामले
उत्तर प्रदेश में 15 मई तक हर रविवार को लॉकडाउन रहेगा ताकि कोविड के प्रभाव को कम किया जा सके. बीते हफ्ते मुख्यमंत्री आदित्यनाथ भी संक्रमित पाए गए थे.
बीते 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में कोरोना से 120 लोगों की मौत हुई है और एक दिन में सबसे ज्यादा 27,357 मामले आए हैं. अभी तक राज्य में कोरोना के 8,21,054 मामले आ चुके हैं.
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