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Thursday, 21 November, 2024
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हरिद्वार में 5 दिनों में आए 1700 से ज्यादा कोविड मामले, कुंभ से आए लोगों को आइसोलेशन में रखेगी कर्नाटक सरकार

हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में 12 और 14 अप्रैल को हुए शाही स्नान में 48.51 लाख लोगों ने हिस्सा लिया.  इन दोनों स्नानों में लोगों ने जम कर कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन किया.

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बेंगलुरु: कर्नाटक सरकार ने हरिद्वार में कुंभ मेला से लौटने वाले श्रद्धालुओं को आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है और कोरोनावायरस की जांच कराने को कहा है.

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने ट्वीट किया, ‘हरिद्वार में कुंभ मेला से राज्य लौटने वाले श्रद्धालु निश्चित रूप से घर पर पृथक-वास में रहें और कोरोनावायरस की जांच करायें. मैं श्रद्धालुओं से अनुरोध करता हूं कि जांच में संक्रमण की पुष्टि नहीं होने पर ही वे अपनी रोजाना की गतिविधि को जारी रखें.’

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवाओं के आयुक्त के. वी. त्रिलोक चंद्रा ने इस संबंध में एक परिपत्र जारी किया है.


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मेला क्षेत्र में 4 दिनों में 1700 पॉजिटिव और बढ़ेंगे मामले

10 से 14 अप्रैल के बीच कुंभ मेले में टेस्ट के दौरान 1701 लोग कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं. हरिद्वार मेला क्षेत्र के सीएमओ शंभु कुमार झा ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले पांच दिनों में आए श्रद्धालुओं और आखाड़ा के साधुओं का पूरे मेला क्षेत्र में आरटी-पीसीआर और रेपिड एंटीजेन टेस्ट किया गया जिसके बाद ये रिपोर्ट सामने आई है.

अभी आरटीपीसीआर रिपोर्ट आती बची है और ऐसा लग रहा है कि कुंभ मेला क्षेत्र का यह आंकड़ा 2000 से ऊपर भी जा सकता है.

कुंभ मेला का क्षेत्र 670 हेक्टेयर में फैला है जिसमें हरिद्वार, टिहड़ी और ऋषिकेश के साथ देहरादून के कुछ जिले भी शामिल हैं.

12 और 14 अप्रैल को हुए शाही स्नान में 48.51 लाख लोगों ने हिस्सा लिया.  इन दोनों स्नानों में लोगों ने जम कर कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन किया.

भारत सरकार द्वारा हरिद्वार में कुंभ मेला जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मानक संचालन प्रक्रिया का हवाला देते हुए चंद्रा ने कहा, ‘कुंभ मेला में शामिल होने वाले श्रद्धालु या आगंतुकों को मानक संचालन प्रक्रिया का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया जाता है.’

उन्होंने कहा कि लौटने पर उन्हें सूचित करना होगा कि वे पृथक-वास में हैं और उन्हें तुरंत आरटी-पीसीआर से जांच करानी होगी तथा संक्रमण की पुष्टि नहीं होने पर ही रोजमर्रा की गतिविधि शुरू करनी होगी.


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