पश्चिम बंगाल चुनावों को लेकर चुनाव आयोग का प्रबंधन बेहद खराब रहा है. इसने तो प्रमुख राजनीतिक खिलाड़ियों के साथ भी पूरी निष्पक्षता से व्यवहार नहीं किया. इससे आयोग की पूरी साख ही खराब हो गई है. नए सीईसी सुशील चंद्रा को विरासत में कुछ दाग मिले हैं. भारत की नजरें अब इस पर टिकी हैं कि इसके नए प्रमुख उसे किस दिशा में ले जाते हैं.