नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कूचबिहार के सीतलकूची में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की फायरिंग में चार मौतों को दुखद बताया और ममता बनर्जी पर इसके राजनीतिकरण का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने ममता पर तुष्टीकरण की राजनीति का भी आरोप लगाया. शाह बंगाल के शांतिपुर में रविवार को एक रोड शो में यह बातें कही.
गौरतलब है कि आज ममता ने एक संवाददाता सम्मेलन कर चार मौतों के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों को जिम्मेदार ठहराया और इसे ‘नरसंहार’ कहा. उन्होंने कहा कि गोली पैर या शरीर के निचले हिस्से में मारी जा सकती थी लेकिन यह सीने और गर्दन में मारी गई है.
ममता बनर्जी इस दौरान मारे गए लोगों के परिवार वालों से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात की.
रोड शो के दौरान मीडिया से बात करते हुए शाह ने कहा कि सीतलकूची में हुई मौतों का राजनीतिकरण करने का प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने गोलीबारी की घटना को लेकर कहा कि केन्द्रीय बलों का घेराव करने संबंधी ममता की सलाह ने लोगों को सीतलकूची में सीआईएसएफ पर हमला करने के लिए उकसाया.
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीतलकूची में हुई मौतों पर कहा कि मृत्यु के बावजूद तुष्टीकरण की राजनीति को देखना दुर्भाग्यपूर्ण है.
शाह ने कहा कि बंगाल के चुनाव के चौथे चरण के मतदान में कल एक दुखद घटना हुई. एक बूथ पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया केंद्रीय सुरक्षा बल के हथियार लूटने का प्रयास किया, सुरक्षा बल को अपने बचाव में गोली चलानी पड़ी इसमें चार लोगों की मृत्यु हुई है.
उन्होंने कहा उसी बूथ पर गुंडों द्वारा आनंद बर्मन की हत्या की गई. इसलिए हत्या की गई कि वहां मतदान न हो. सुरक्षा बलों के हथियार लूटने की कोशिश हुई, लेकिन ममता दीदी सिर्फ 4 लोगों को श्रद्धांजलि देती हैं. आनंद बर्मन को श्रद्धांजलि नहीं देती हैं.
अमित शाह ने कहा कि मृत्यु में भी तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति से पता चलता है कि बंगाल की राजनीति को ममता दीदी ने कितना नीचे गिराया है इसका ये एक उदाहरण है.
उसी सीट पर ममता दीदी ने कुछ दिन पहले भाषण दिया था कि केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान आये तो उन्हें घेर लो.
शाह ने कहा कि ‘मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि क्या आपका भाषण उन 4 लोगों की मौत का जिम्मेदार नहीं है?
बंगाल की जनता से मेरा करबद्ध निवेदन है कि बाकी के मतदान चरणों में शांतिपूर्ण ढंग से लोकतंत्र के उत्सव को मनाएं, मतदान करें, अपने पसंदीदा प्रत्याशी को जिताएं. बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव का एक नया इतिहास रचने का काम करें.’
गृहमंत्री ने कहा, ‘मैं बंगाल की जनता से वादा करता हूं कि 2 मई के बाद जब बंगाल में मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनेगी, ये चुनावी हिंसा, राजनीतिक हिंसा हमेशा के लिए बंगाल को छोड़कर चली जाएगी.’