मदारीहाट (पश्चिम बंगाल) : तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश की ओर से घुसपैठ हो रही है, जैसा भाजपा ने आरोप लगाया है तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक को इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उनका कर्तव्य देश की सीमा की सुरक्षा करना है. उन्होंने कहा कि यह काम ममता बनर्जी प्रशासन का नहीं है.
बनर्जी ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार उत्तर बंगाल के बंद चाय बागानों को पुन: खोलने के अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रही है, हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद पांच से सात ऐसे बागानों में फिर से काम शुरू हो गया है.
उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में घुसपैठ के लिए कौन जिम्मेदार है? बीएसएफ या राज्य पुलिस? मैं कहना चाहूंगा कि गृह मंत्री अमित शाह और बीएसएफ के महानिदेशक को इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि वे इस मुद्दे से निपटने में सफल नहीं रहे हैं. ममता बनर्जी पर उंगली उठाने का क्या मतलब है?’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के विभिन्न नेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित तौर पर ‘तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति’ करने के लिए निशाना साधते रहे हैं.
अभिषेक बनर्जी ने उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट में एक रैली में कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने चाय बागानों के मजदूरों की दैनिक मजदूरी 67 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये किया है.
मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक ने कहा, ‘अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है, तो उनकी दैनिक मजदूरी अगले पांच वर्षों में दोगुना कर दी जाएगी. सरकार ने ‘चा सुंदरी’ योजना के तहत चाय श्रमिकों के लिए घर बनाने का भी फैसला किया है.’
डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी को सत्ता से हटाने की मंशा के साथ मोदी, शाह और भाजपा के कई नेता दैनिक यात्रियों की तरह पश्चिम बंगाल आ रहे हैं.
उन्होंने रैली में कहा, ‘भाजपा के जाल में नहीं फंसें. वे राज्य के लिए कोई काम नहीं करेंगे. वे चुनाव के समय आएंगे. और जब चुनाव खत्म हो जाएगा, तो आप उनके चेहरे फिर नहीं देख पाएंगे.’