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Friday, 22 November, 2024
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संप्रदायवाद और ‘लव जिहाद’ पर भाजपा के भय फैलाने का केरल में नहीं होगा असर: शशि थरूर

थरूर ने कहा कि केरल में हवा का रूख स्पष्ट रूप से यूडीएफ के पक्ष में है और दो मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के दिन वह ‘बड़ी जीत’ हासिल होने की उम्मीद करते हैं.

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नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को कहा कि भाजपा सिर्फ संप्रदायवाद और ‘लव जिहाद’ पर भय फैलाने का काम तथा लोगों को बांटने वाली नफरत की राजनीति कर सकती है जिसका बहुलतावादी केरल में असर नहीं होने जा रहा है.

उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल हुए 88 वर्षीय ई. श्रीधरन राज्य के राजनीतिक भविष्य का जवाब नहीं हो सकते हैं.

थरूर ने इन सुझावों को भी खारिज कर दिया कि केरल विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं होने से कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की संभावना क्षीण है और कहा कि पार्टी में अनुभवी और सक्षम नेता हैं, जिनमें से कोई भी मुख्यमंत्री का पद संभाल सकते हैं.

कांग्रेस सांसद ने ‘पीटीआई-भाषा’ से एक साक्षात्कार में कहा कि केरल में हवा का रूख स्पष्ट रूप से यूडीएफ के पक्ष में है और दो मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के दिन वह ‘बड़ी जीत’ हासिल होने की उम्मीद करते हैं.

चुनावों में भाजपा के एक कारक होने और भगवा दल द्वारा ‘मेट्रोमैन’ ई. श्रीधरन को मुख्य व्यक्ति के तौर पर पेश करने के बारे में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा केवल ‘संप्रदायवाद पेश कर सकती है, ‘लव जिहाद’ पर भय फैलाने का काम कर सकती है और लोगों को बांटने वाली नफरत भरी राजनीति कर सकती है, जो केरल सहित बहुलतावादी समाज में नहीं चलने जा रहा है.’

पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का वामपंथी दलों से गठबंधन करने और केरल में वाम मोर्चे के खिलाफ चुनाव लड़ने के दोहरे रवैये के भाजपा के आरोपों पर तिरूवनंतपुरम के लोकसभा सदस्य ने कहा कि भारत जैसे विशाल देश में हर राज्य का अपना अलग राजनीतिक चरित्र है.


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