नई दिल्ली : मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने आज 12 घंटे के भारत बंद बुलाया है. जिससे रेल, परिवहन सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना है, बाजार भी बंद हो सकते हैं. खबरों के मुताबिक प्रदर्शनकारी किसान सिंघू बॉर्डर पर रोड को ब्लॉक कर रहे हैं. वहीं यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर भी बड़ी मात्रा में किसान जमा हो चुके हैं.
#WATCH A group of protesters sing and dance at Ghazipur border (Delhi-UP) during 12-hour 'Bharat Bandh' called by Samyukt Kisan Morcha against Centre's Farm Laws pic.twitter.com/gkPWwKnTiP
— ANI (@ANI) March 26, 2021
प्रदर्शनकारी किसानों का एक ग्रुप यूपी-दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर 12 घंटे के बंद को लेकर डांस करता, गाना गाता हुआ नजर आया.
इसके अलावा केरल में लेफ्ट पार्टियों के सदस्य मद्दिलापालेम जक्शन पर प्रदर्शन कर रहे हैं. वह केंद्र सरकार के कृषि कानूनों और विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण को लेकर विरोध कर रहे हैं.
रेल, सड़क परिवहन के प्रभावित होने की संभावना
देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को रेल और सड़क परिवहन के प्रभावित होने की संभावना है तथा बाजार भी बंद रह सकते हैं क्योंकि केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने संपूर्ण ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है. हालांकि पांच चुनावी राज्यों में यह बंद नहीं होगा.
संयुक्त किसान मोर्चे के अनुसार देश भर में राष्ट्रव्यापी बंद 26 मार्च को सुबह छह बजे से शुरू होगा और शाम छह बजे तक चलेगा जो दिल्ली की तीन सीमाओं-सिंघू, गाजीपुर और टीकरी पर किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर किया जा रहा है.
मोर्चे के नेता दर्शनपाल ने एक वीडियो संदेश में कहा कि बंद के दौरान सब्जियों और दूध की आपूर्ति भी रोकी जाएगी.
मोर्चे ने एक बयान में कहा, ‘संपूर्ण भारत बंद के तहत सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद रहेंगे. सभी छोटे और बड़े मार्ग अवरुद्ध किए जाएंगे तथा ट्रेनों को रोका जाएगा. एंबुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहेंगी. भारत बंद का प्रभाव दिल्ली में भी दिखेगा.’
इसने आंदोलकारी किसानों से अपील की कि वे बंद के दौरान शांति बनाए रखें और किसी भी गलत चर्चा या टकराव में शामिल न हों.
वरिष्ठ किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि सड़क और रेल परिवहन को अवरुद्ध किया जाएगा तथा बाजार भी बंद रहेंगे.
मोर्चा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में भी बंद किया जाएगा.
राजेवाल ने कहा कि संगठित और असंगठित क्षेत्र से जुड़ी ट्रेड यूनियनों और परिवहन एवं अन्य संगठनों ने ‘भारत बंद’ के किसानों के आह्वान को अपना समर्थन दिया है.
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘किसान विभिन्न स्थानों पर रेल पटरियों को अवरुद्ध करेंगे. भारत बंद के दौरान बाजार और परिवहन सेवाएं बंद रहेंगी.’
राजेवाल ने कहा कि हालांकि एंबुलेंस और अग्निशमन जैसी आवश्यक सेवाओं को बंद के दौरान अनुमति होगी.
वहीं, देश में आठ करोड़ व्यापारियों के प्रतिनिधित्व का दावा करनेवाली ‘कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स’ ने कहा कि 26 मार्च को बाजार खुले रहेंगे क्योंकि वह ‘भारत बंद’ में शामिल नहीं है.
संगठन के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम कल भारत बंद में शामिल नहीं हो रहे हैं. दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में बाजार खुले रहेंगे. जारी गतिरोध का समाधान केवल वार्ता प्रक्रिया से किया जा सकता है. कृषि कानूनों में संशोधन पर चर्चा होनी चाहिए जो मौजूदा कृषि को लाभ योग्य बना सकते हैं.’’
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि ‘भारत बंद’ का बड़ा प्रभाव हरियाणा और पंजाब में होगा.
उन्होंने कहा कि चुनावी राज्यों-तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी के लोगों से बंद में शामिल नहीं होने की अपील की गई है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)