नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से उत्पन्न विवाद पर उसकी टिप्पणी उचित नहीं होगी क्योंकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और मुख्यमंत्री इस मामले पर नजर रख रहे हैं.
मामले पर प्रत्यक्ष टिप्पणी करने से साफ बचते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह मुद्दा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है क्योंकि मंत्री उसी पार्टी (राकांपा) के हैं.
महाराष्ट्र से जुड़े सवालों से बचने का प्रयास करते हुए सिंघवी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का मुद्दा उठाया और भाजपा पर ढोंग करने का आरोप लगाते हुए मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर सवाल किया.
उन्होंने सवाल किया कि येदियुरप्पा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर उच्च न्यायालय से तीन फैसले आने के बावजूद प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह ने एक भी शब्द क्यों नहीं कहा?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि येदियुरप्पा तुरंत इस्तीफा दें.’
महाराष्ट्र के घटनाक्रम पर उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी सरकार एकजुट है और राकांपा प्रमुख शरद पवार स्वयं देशमुख के खिलाफ आरोपों के मामले को देख रहे हैं.
मामले पर पार्टी का रुख स्पष्ट करने के लिए कहने पर सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘शरद पवार ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है, और मंत्री गठबंधन के उसी धड़े से हैं. मुझे लगता है कि मेरे लिए कुछ भी कहना सही नहीं होगा और मुख्यमंत्री के साथ विचार के बाद पवार काफी कुछ कह चुके हैं.’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन जो भी रह गया है, उसके लिए आपको महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी एच. के. पाटिल से बात करनी होगी.’
सिंघवी ने कहा कि पाटिल को इससे निपटने के लिए कहा गया है और उनसे बातचीत की जा सकती है.
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