नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए लोकसभा में कहा कि आजादी के 75 साल के पूरा होने के पर्व पर हम यह प्रेरणा लें कि 2047 तक देश को कहां ले जाना है?
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भारत ने जिस प्रकार से अपने आपको संभाला और दुनिया को संभालने में मदद की, वो एक प्रकार से ‘टर्निंग प्वाइंट’ है.
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा कि कोरोना काल के बाद एक नयी विश्व व्यवस्था बनती नजर आ रही है, जिसमें भारत विश्व से कटकर नहीं रह सकता, हमें भी एक मजबूत पक्ष के रूप में उभरना होगा, सशक्त होना पड़ेगा और इसका रास्ता ‘आत्मनिर्भर भारत’ है.
पीएम ने कहा कि कोरोना के सामने दुनिया के बड़े-बड़े देशों ने घुटने टेक दिए, ऐसे समय में 130 करोड़ देशवासियों के अनुशासन और समर्पण ने आज हमें बचाकर रखा है, 130 करोड़ देशवासियों को श्रेय जाता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की एक टिप्पणी का उल्लेख करते हुए लोकसभा में कहा कि भगवान की कृपा थी कि दुनिया हिल गई, लेकिन भारत बच गया, स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी भगवान का रूप बनकर आए.
उन्होंने कहा कि कई विशेषज्ञों ने कहा है कि भारत की विकास दर दहाई अंकों में होगी, मुझे उम्मीद है कि देशवासियों की अकांक्षा के अनुसार देश प्रगति करेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सदन में तीनों कृषि कानूनों के कंटेंट (विषय वस्तु) और इंटेंट (मंशा) पर बात नहीं हुई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा में वक्तव्य दिए जाने के दौरान कांग्रेस के सदस्यों ने किसानों के मुद्दे को लेकर लोकसभा से वाकआउट किया.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)