नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के इस इस बयान के कुछ दिन बाद ही, कि सूबे में शराब की नई दुकानें खोली जाएंगी, वरिष्ठ बीजेपी नेता उमा भारती ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील की है कि उन राज्यों में शराब बंदी लागू की जाए, जहां पार्टी सत्ता में है.
बृहस्पतिवार को भारती ने सिलसिलेवार ट्वीट्स करके, नड्डा से ये अपील की.
उन्होंने हिंदी में पोस्ट किया, ‘मैं अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी से, इस ट्वीट के माध्यम से सार्वजनिक अपील करती हूं कि जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, उन राज्यों में हमें पूर्ण शराबबंदी की तैयारी करनी चाहिए’.
5. मैं तो अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी से इस ट्वीट के माध्यम से सार्वजनिक अपील करती हूं कि जहां भी भाजपा की सरकारें हैं उन राज्यों में पूर्ण शराबबंदी की तैयारी करिए। @BJP4India
— Uma Bharti (@umasribharti) January 21, 2021
पूर्व एमपी की मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय मंत्री ने, इन नई दुकानों की अनुमति देने में शिवराज सिंह चौहान सरकार की ओर से की जा रही देरी का भी स्वागत किया.
‘मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने के बारे में, सरकार ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. शिवराज सिंह चौहान जी का यह वक्तव्य एक अभिनंदनीय क़दम है’.
1. मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने के बारे में सरकार ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है @ChouhanShivraj जी का यह वक्तव्य अभिनंदनीय है।
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उन्होंने दलील दी, ‘कोरोनाकाल के लॉकडाउन के समय पर, लगभग शराबबंदी की स्थिति रही, इससे यह तथ्य स्पष्ट हो गया है कि अन्य कारणों एवं कोरोना से लोगों की मृत्यु हुई, किंतु शराब नहीं पीने से कोई नहीं मरा’.
2. कोरोनाकाल के लॉकडाउन के समय पर लगभग शराबबंदी की स्थिति रही इससे यह तथ्य स्पष्ट हो गया है कि अन्य कारणों एवं कोरोना से लोगों की मृत्यु हुई किंतु शराब नहीं पीने से कोई नहीं मरा।
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इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में, हाल की उन घटनाओं का ज़िक्र किया, जिनमें नक़ली शराब पीने से लोगों की मौतें हुईं थीं.
‘अभी हाल में उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में, शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई. सड़क दुर्घटनाओं के पीछे अधिकतर कारण तो ड्राइवर का शराब पीना ही होता है. यह बड़े आश्चर्य की बात है कि शराब मृत्यु का दूत है, फिर भी थोड़े से राजस्व का लालच, एवं शराब माफिया का दबाव शराबबंदी नहीं होने देता’.
3.अभी हाल में उ0प्र0 एवं म0प्र0 में शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई सड़क दुर्घटनाओं के अधिकतर कारण तो ड्राइवर का शराब पीना ही होता है यहबड़े आश्चर्य की बात हैकि शराब मृत्यु का दूत है फिरभी थोड़े से राजस्व का लालच एवं शराब माफिया का दबाव शराबबंदी नहीं होने देता है
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भारती ने इस बात का भी हवाला दिया, राजनीतिक दलों पर चुनाव जीतने का दबाव रहता है. उन्होंने कहा, ‘बिहार की भाजपा की जीत यह साबित करती है, कि शराबबंदी के कारण ही महिलाओं ने वोट नीतीश कुमार को एकतरफा दिए’.
6. राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने का दबाव रहता है बिहार की भाजपा की जीत यह साबित करती है कि शराबबंदी के कारण ही महिलाओं ने एकतरफा वोट नीतीश कुमार जी को दिये।@BJP4Bihar
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उन्होंने कहा, ‘शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है; शराबबंदी से राजस्व को हुई क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है, किंतु शराब के नशे में बलात्कार, हत्याएं, दुर्घटनाएं, छोटी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भयावह हैं, तथा देश एवं समाज के लिए कलंक हैं’.
भारती की टिप्पणियां ऐसे समय आई हैं, जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस इस क़दम के लिए बीजेपी और मिश्रा की टिप्पणियों पर निशाना साध रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार सूबे को एक ‘शराब भूमि’ में तब्दील कर रही है.
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