गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में रविवार को एक श्मशान घाट पर छत ढह जाने से 24 लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य घायल हो गये. पीड़ितों में करीब सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे. पुलिस ने यह जानकारी दी.
पुलिस ने कहा कि इस मामले में ईओ, जूनियर इंजीनियर, सुपरवाइजर को गिरफ़्तार किया गया है और जेल भेजा जा रहा है. आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.
Three persons including a junior engineer have been arrested, case registered, in connection with #Muradnagar roof collapse incident, say police.
— ANI UP (@ANINewsUP) January 4, 2021
पुलिस ने बताया कि जब छत ढही, तो बारिश से बचने के लिए कई लोग इमारत के नीचे खड़े थे जिसे हाल ही में बनाया गया था. इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई, वे सभी पुरूष और जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार किया जा रहा था.
बचावकर्मी यह सुनिश्चित करने के लिए घंटों तक मलबा हटाते रहे कि कहीं कोई और उसमें न फंसा हो.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर इस घटना पर शोक जताया है.
उन्होंने कहा, ‘यू.पी. के जिला गाजियाबाद, मुरादनगर में स्थित श्मशान घाट की छत गिरने से लगभग दो दर्जन लोगों की हुई मौत अति दर्दनाक व कष्टदायक. पीड़ित परिवार के प्रति अति संवेदना व कुदरत इन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे.’
मायावती ने आगे कहा, ‘साथ ही, यू.पी. सरकार इस घटना की सही व समय से जांच कराके इसके दोषियों को सख्त सजा जरूर दिलाये अर्थात किसी को भी ना बचाये तथा पीड़ित परिवार को उचित आर्थिक मदद भी जरूर करे, बी.एस.पी की यह मांग.’
2. साथ ही, यू.पी. सरकार इस घटना की सही व समय से जाँच कराके इसके दोषियों को सख्त सजा जरूर दिलाये अर्थात् किसी को भी ना बचाये तथा पीड़ित परिवार को उचित आर्थिक मदद भी जरूर करे, बी.एस.पी की यह माँग। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) January 4, 2021
यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी में हुआ और इस घटना के बाद श्मशान घाट पर सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे. उसके बाद पुलिस पहुंची और फिर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की इकाई पहुंची. सभी मलबे से मृतकों एवं घायलों को निकालने में जुट गये.
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने कहा, ‘इस घटना में 24 लोगों की मौत हो गयी जबकि 17 अन्य घायल हो गये.’
शाम तक उनमें से कम से कम 18 की पहचान कर ली गयी. मारे गये लोगों में उत्तर प्रदेश के मेरठ के जयवीर सिंह (50) भी थे जो अपने भाई के ससुर के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे.
जयवीर के एक अन्य रिश्तेदार ने कहा, ‘यह शेल्टर अभी एक-दो महीने पहले ही बना था. पहली बारिश के बाद ही यह ढह गया. ठेकेदार को तत्काल सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए.’
शाम को ठेकेदार अजय त्यागी, नगरपालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, कनिष्ठ अभियंता चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष पर एक मृतक के बेटे की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया.
इस हादसे में दिल्ली के अरविंद कुमार की भी मौत हो गयी. उसके बड़े भाई राकेश कुमार ने कहा, ‘हमारे लिए सब खत्म हो गया. मैंने अपने भाई को उसके मोबाइल पर फोन किया. किसी अन्य ने फोन उठाया और मुझे छत ढह जाने की सूचना दी. मैं घटनास्थल पर पहुंचा. मलबे से उसका शव निकालने में दो घंटे लगे. हमने उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसे शीघ्र ही मृत घोषित कर दिया गया.’
इस घटना में घायल हो गये उधम सिंह (25) ने कहा, ‘मैं पहले 20 मिनट तक बेहोश हो गया था. जब मुझे होश आया तब मैंने देखा कि मेरे दोस्त मुझे मलबे से निकाल रहे हैं. मुझे दर्द हो रहा है लेकिन आशा है कि मैं शीघ्र ठीक हो जाऊंगा.’
मृतकों के परिवार को दो-दो लाख रूपए की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख प्रकट किया.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है. राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’
योगी ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की.
मुख्यमंत्री ने मेरठ के संभागीय आयुक्त और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्षेत्र) को इस घटना के बारे में रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है.
केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद के सांसद वी के सिंह तथा पुलिस एवं नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया.
(भाषा के इनपुट के साथ)
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