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Thursday, 21 November, 2024
होमदेशगरज के बरसे दिल्ली में बदरा, बढ़ गई ठिठुरन,IMD ने कहा- जम्मू कश्मीर में होगी भारी बारिश या बर्फबारी

गरज के बरसे दिल्ली में बदरा, बढ़ गई ठिठुरन,IMD ने कहा- जम्मू कश्मीर में होगी भारी बारिश या बर्फबारी

अफगानिस्तान और इसके आसपास पश्चिमी विक्षोभ के कारण चक्रवाती प्रवाह बना है. मौसम विभाग ने कहा, ‘इन प्रभावों के कारण चार-छह जनवरी के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बारिश या बर्फबारी का अनुमान है.

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नई दिल्ली: उत्तर भारत के अधिकतर हिस्से में शीतलहर चलने से कंपकंपाने वाली ठंड पड़ रही है और रविवार की सुबह दिल्ली सहित कई राज्यों में गरज के साथ बारिश हुई. हालांकि मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आज से ठंड से राहत की उम्मीद थी.

अफगानिस्तान और इसके आसपास पश्चिमी विक्षोभ के कारण चक्रवाती प्रवाह बना है. मौसम विभाग ने कहा, ‘इन प्रभावों के कारण चार-छह जनवरी के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बारिश या बर्फबारी का अनुमान है. जम्मू कश्मीर में भारी बारिश या बर्फबारी हो सकती है. इस अवधि में हिमालय के पश्चिमी क्षेत्र में कुछ जगहों पर ओले पड़ने की भी आशंका है.’

बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को भी सुबह हल्की बारिश हुई थी जबकि बादल छाये रहने की वजह से तापमान बढ़कर सात डिग्री सेल्सियस हो गया था. उत्तर भारत में जारी शीतलहर के बीच शनिवार को अधिकतर भागों में हल्की बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई थी वहीं, हिमाचल प्रदेश के केलांग में तापमान शून्य से नीचे 7.3 डिग्री सेल्सियस रहा था.

आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘हमारे पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का असर दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत पर शुरू हो गया है.’

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते दिल्ली में अगले दो से तीन दिनों में न्यूनतम तापमान बढ़कर 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.

इस बीच, मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भारी बर्फबारी को लेकर मौसम का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है.

शिमला के मौसम केद्र ने तीन से पांच जनवरी और आठ जनवरी को राज्य के मैदानी इलाकों में बारिश जबकि मध्यम एवं ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश एवं बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया है.

साथ ही मौसम केंद्र ने पांच जनवरी के लिए मध्यम एवं ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी को लेकर ‘येलो’ मौसम चेतावनी जारी की है जबकि तीन से पांच जनवरी के बीच मैदानी एवं निचले पर्वतीय क्षेत्रों में आंधी और बिजली चमकने की चेतावनी दी है.

उल्लेखनीय है कि मौसम की ‘गंभीरता’ के अनुसार रंगों के जरिए चेतावनी जारी की जाती है, जिनमें ‘येलो’ सबसे कम खतरनाक की श्रेणी में आती है.

शिमला के मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि प्रदेश के ऊंचे इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है जबकि कुछ भागों में हल्की बारिश भी हुई.

उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में अधिकमत तापमान में छह से सात डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है.

सिंह ने बताया कि मनाली, कुफरी और डल्होजी में अधिकतम तापमान क्रमश: 1.4, 2.6 और 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

उधर, उत्तर प्रदेश के अनेक इलाके पिछले 24 घंटों के दौरान जबरदस्त ठंड और शीतलहर की चपेट में रहे.

पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में तीन जनवरी तक अलग-अलग स्‍थानों पर बिजली और गरज के साथ बारिश की संभावना है जबकि चार और पांच जनवरी को घने कोहरे का प्रभाव रह सकता है.

वहीं, पंजाब और हरियाणा में शनिवार को भी मौसम सर्द बना रहा, हरियाणा के हिसार में तापमान गिरकर दो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दोनों ही राज्यों के कई हिस्सों में रातभर बारिश हुई.

मौसम विभाग ने कहा, ‘उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कई हिस्सों में शीतलहर चल रही है. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और उत्तरी राजस्थान में अगले 24 घंटे के दौरान यही स्थिति रहेगी. ’

शनिवार को दिल्ली में शीत लहर के प्रकोप के बीच न्यूनतम तापमान 15 साल में सबसे कम 1.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. वहीं ‘बेहद घने कोहरे’ के कारण दृश्यता ‘शून्य’ हो गई थी.

दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि पिछले 15 साल में सबसे कम तापमान है.

इससे पहले आठ जनवरी 2006 को शहर में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. अब तक का सबसे कम तापमान जनवरी 1935 में 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

मौसम विभाग के अनुसार पिछले साल जनवरी में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस रहा था.

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