लखनऊ: सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया में रविवार सुबह से इस बात को लेकर चर्चा है कि उत्तर प्रदेश में वाहनों के नंबर प्लेट पर जाति या धर्म के स्टीकर लगाने वालों की गाड़ी अब जब्त कर ली जाएगी लेकिन प्रदेश के अधिकारियों ने ऐसे किसी भी आदेश जारी करने या अभियान चलाने से इंकार किया है.
Vehicles in UP will be seized if it has caste name like Thakur, Brahman etc written on it. PMO has directed State Govt to act on it.
— Anil Tiwari (@Interceptors) December 27, 2020
यूपी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (सूचना) नवनीत सहगल के मुताबिक, ‘तमाम सोशल मीडिया पोस्ट इससे संबंधित वायरल हो रहे हैं लेकिन कोई नया आदेश या अभियान नहीं शुरू हो रहा है. वाहनों पर ऐसे स्टीकर लगाने की पहले से ही परमिशन नहीं है.’
यूपी के ट्रासपोर्ट कमिशनर धीरज साहू ने दिप्रिंट को बताया कि जाति के स्टीकर लगाने पर जुर्माना पहले से ही निर्धारित है. दरअसल हमारे पास एक लिखित शिकायत आई थी जिस पर विभाग के अधिकारी ने नियमानुसार कार्रवाई की बात कही थी. जिसको लेकर कई लोग सोशल मीडिया पर ये लिखने लग गए कि गाड़ियां जब्त करने के लिए विभाग कोई कैंपेन चलाने जा रहा है जबकि ऐसा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘जो भी ऐसे स्टीकर लगाएगा उस पर जुर्माना पहले से ही निश्चित है.’
दरअसल स्थानीय मीडिया ने इसको लेकर एक खबर प्रकाशित की जिसमें लिखा की महाराष्ट्र के एक शिक्षक हर्षल प्रभु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आईजीआरएस पर शिकायत की थी. इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश में सड़कों पर चल रहे हजारों वाहनों की नंबर प्लेटों पर जाति लिखाने को समाज के लिए खतरा बताया था. इस पत्र को संज्ञान में लेते हुए पीएमओ ने यह शिकायत यूपी सरकार को भेजी जिसके बाद विभाग की ओर से निर्देश जारी हुए.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन) ने नंबर प्लेटों पर जाति लिखाने वाले वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
दरअसल परिवहन विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यूपी में बड़ी संख्या में वाहनों पर लोगों ने ‘यादव’, ‘जाट’, ‘राजपूत’, ‘ब्राह्मण’, ‘क्षत्रिय’ समेत कई जातियां लिखवा रखी हैं. हालांकि इन पर कई बार जुर्माना भी होता रहता है.
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