नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इम्फाल में एक कार्यक्रम में कहा कि मणिपुर को पहले विद्रोह, नाकेबंदी और बंद के लिए जाना जाता था लेकिन अब अधिकतर उग्रवादी मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं. गृह मंत्री पूर्वोत्तर के तीन दिन के दौरे पर हैं.
शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में संपन्नता और विकास मोदी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है.
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर के लोगों को इनर लाइन परमिट के रूप में सबसे बड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने कहा, ‘पूरे पूर्वोत्तर में शांति बहाल हो और पूर्वोत्तर तेज़ गति से विकास के रास्ते पर चल सके इसके लिए मोदी जी ने ढेर सारी समस्याओं का निराकरण किया.’
Foundation stone laying ceremony of various development projects in Imphal, Manipur https://t.co/QH3zp5MDRg
— Amit Shah (@AmitShah) December 27, 2020
उन्होंने कहा, ‘मूल निवासियों के लिए इनर लाइन परमिट की मांग करते-करते मणिपुर वाले भूल गए थे, 2019 में मोदी जी ने तय किया कि इनर लाइन परमिट मणिपुर को न देना मणिपुर के मूल निवासियों के साथ अन्याय है और मांगे बगैर इनर लाइन परमिट देने का काम किया.’
आईएलपी एक आधिकारिक यात्रा दस्तावेज होता है जो संबंधित राज्य सरकार भारतीय नागरिक को सीमित अवधि तक किसी संरक्षित इलाके की यात्रा के लिए जारी करती है.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘लंबे समय से पूर्वोत्तर में कांग्रेस थी लेकिन उसने कुछ काम नहीं किया, उग्रवादी संगठनों से कोई बात नहीं की. लोग मर रहे थे और विकास रुका हुआ था. विकास के नाम पर कांग्रेस ने सिर्फ भूमि पूजन किया लेकिन हम उन परियोजनाओं को शुरू कर रहे हैं.’
शाह ने कहा, ‘मुझे कहते हुए गर्व हो रहा है कि प्रधानमंत्री ने साढ़े छह साल के अंदर पूर्वोत्तर भारत में विकास की बाढ़ लाने का काम किया है.’
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में राज्य बीते तीन साल से उन्नति के पथ पर बढ़ रहा है.
शाह पूर्वोतर की तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में रविवार दोपहर गुवाहाटी से यहां पहुंचे. उन्होंने सात परियोजानओं की आधारशिला रखी जिनमें चूड़ाचांदपुर में मेडिकल कॉलेज शामिल है. इसके अलावा उन्होंने थोबल बांध का उद्धाघटन किया और बिष्णुपुर-थोबल-कसोम कुल्लेन सड़क आम लोगों को समर्पित किया.
(भाषा के इनपुट के साथ)
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