नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शनिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे विवेक डोभाल से माफी मांग ली.
माफी को विवेक डोभाल ने स्वीकार कर ली और रमेश के खिलाफ दिल्ली की अदालत ने मामला बंद कर दिया.
समाचार पत्रिका कारवां में प्रकाशित एक रिपोर्ट पर कांग्रेस नेता ने जनवरी 2019 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी जिसके बाद विवेक डोभाल ने रमेश के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था.
इस मामले में कारवां का भी नाम है.
अतिरिक्त महानगरीय मजिस्ट्रेट, राउज एवेन्यू में जज सचिन गुप्ता के सामने पेश होते हुए रमेश ने कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि इन बयानों या आरोपों को कारवां पत्रिका में पिछले दिन प्रकाशित एक लेख से निष्कर्ष निकाला गया था. जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ा, मुझे महसूस हुआ कि उन्हें इसकी सत्यतता की जांच करनी चाहिए थाी.
हालांकि, आम चुनाव नज़दीक थे और लेख में उठाए गए सवाल उनके और उनके परिवार के ख़िलाफ़ कुछ खास सवाल कर रहे थे.
उन्होने कहा, ‘इसलिए मैं मेरे द्वारा जारी ब्यान से जो उन्हें और उनके परिवार को जो दुख पहुंचा है उसके लिए माफी मांगता हूं. ‘
Jairam Ramesh has given an apology, and we have accepted it. The criminal defamation case against Caravan magazine will continue: Vivek Doval, son of NSA Ajit Doval, in Delhi pic.twitter.com/4f8UREMloX
— ANI (@ANI) December 19, 2020
रमेश ने कांग्रेस से यह भी कहा कि अपनी वेब साइट से उस प्रेस कांफ्रेंस को हटा दें.
विवेक डोवाल ने कहा कहा कि मैं रमेश को माफ करता हूं लेकिन कारवां मैगजीन में चल रहा मानहानि का केस चलता रहेगा.
हालांकि प्रिंट ने रमेश से बात करने की भी कोशिश की लेकिन उनका फोन नहीं उठा.
कारवां ने अपने लेख में लिखा था कि विवेक डोभाल कई वेब कंपनियां चलाते हैं यहां तक की केमैन आईलैंड हेज फंड भी उन्हीं की है.तब जब एनएसए अजिल डोवाल टैक्स हेवन को क्रैकडाउन करने की मांग की है.
अपनी शिकायत में, विवेक डोभाल ने कहा था कि पत्रिका और रमेश ने उन्हें और उनके पिता को ‘जानबूझकर बदनाम’ करने की कोशिश की है.